चलना और दौड़ना दिल को सेहतमंद रखने वाले दो ख़ास व्यायाम हैं। कार्डियोवस्कुलर एक्सरसाइज से सांस लेना मुश्किल हो जाता है और और इसेक करने पर दिल तेजी से धड़कता है।
जब दिल खून को तेजी से पंप करता है, तो यह प्रक्रिया धमनियों में खून के बहाव में आने वाली रुकावटों को हटाने में मदद करती है। इसके नतीजे में स्ट्रोक या दिल की बीमारी का खतरा कम हो जाता है।
कार्डियोवस्कुलर एक्सरसाइज खून में शर्करा सुधार के साथ मूड में सुधार करता है। इसके अलावा याददाश्त में सुधार भी सुधार होता है तथा डिमेंशिया के जोखिम को कम करने के साथ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है।
ज्यादातर लोग अपनी एक्सरसाइज की शुरुआत वॉकिंग या जॉगिंग से करते हैं, ये दोनों ही दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं।
दौड़ने से दिल की मांसपेशियों पर कुछ तनाव पड़ता है हालांकि यह समय से पहले मौत के जोखिम को कम करने का संकेत नहीं देता, जबकि तेज चलने से हृदय पर कम तनाव पड़ता है और समय से पहले होने वाली मौत का खतरा काफी कम हो जाता है।
33,000 धावकों और 15,000 पैदल चलने वालों के एक अध्ययन में पाया गया कि तेज चलने से दौड़ने की तुलना में हृदय रोग का जोखिम अधिक प्रभावी ढंग से कम हो गया। अध्ययन से ये भी पता चलता है कि दौड़ने से उच्च रक्तचाप का जोखिम 4.2% और चलने से 7.2% तक कम हो गया।
इसके अलावा टहलना घुटनों, टखनों और पीठ की समस्याओं के लिए एक बेहतरीन व्यायाम है, मोटे लोगों के लिए वजन कम करने में भी मददगार है।