संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता व्यक्त की है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि भारत और दुनिया भर में लैंगिक समानता के साथ महिलाओं के अधिकारों पर काम करने की जरूरत है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने ने अपनी यात्रा के दौरान मानवाधिकार के सम्बन्ध में भारत की आलोचना की है। उन्होंने समृद्ध विविधता वाले देश में सभी के अधिकारों की रक्षा हेतु राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मूल्यों का अभ्यास करने का आह्वान किया। आईआईटी-बॉम्बे में एक सभा को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि वैश्विक मंच पर भारत की आवाज समावेशिता और मानवाधिकारों के सम्मान के लिए मजबूत प्रतिबद्धता से ही अधिकार और विश्वसनीयता हासिल कर सकती है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि भारत और दुनिय भर में लैंगित समानता और महिलाओं के अधिकारों पर बहुत काम करने की जरूरत है.#UNChief #AntonioGuterres #IITBombay https://t.co/1DXzrTG1K2
— ABP News (@ABPNews) October 21, 2022
एंटोनियो गुटेरेस ने आगे कहा कि मानवाधिकार परिषद के एक निर्वाचित सदस्य के रूप में भारत पर वैश्विक मानवाधिकारों को आकार देने और अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों सहित सभी व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा करने की जिम्मेदारी है। इसके लिए उन्होंने गांधी के मूल्यों का समर्थ करते हुए इसे प्रेक्टिस में लाने की बात कही।
साथ ही उन्होंने बहुसांस्कृतिक, बहु-धार्मिक और बहु-जातीय समाजों के विशाल मूल्य और योगदान को पहचानते हुए समावेश के लिए ठोस कार्रवाई की आवश्यकता का मुद्दा भी उठाया।