वाशिंगटन 13 जुलाई : अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्राधिकरण (एफडीए) ने जॉनसन एंड जॉनसन के कोविड-19 वैक्सीन के विपरीत असर को लेकर चेतावनी जारी की है।
एफडीए ने एक बयान में कहा है कि जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन लेने वालों में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम का लक्षण देखा गया है। इस सिंड्रोम के असर से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली तंत्रिका कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है, जिससे मांसपेशियों में कमजोरी की शिकायतें होती है और कभी-कभी पक्षाघात भी हो जाता है। वैक्सीन लेने वाले ज्यादातर लोगों में वैक्सीन के इंजेक्शन लेने के 42 दिनों के भीतर लक्षण नजर आना शुरू हो गये थे।
टीकाकरण के करीब दो सप्ताह बाद ज्यादातर 50 वर्ष और उससे अधिक आयु के पुरुषों के प्रभावित होने की रिपोर्टें हैं। दूसरी तरफ जॉनसन एंड जॉनसन ने कहा है कि वह गुइलेन-बैरे सिंड्रोम के दुर्लभ मामलों के संदर्भ में एफडीए और अन्य नियामकों के साथ चर्चा कर रहा है।
वाशिंगटन पोस्ट ने सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा कि जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन लेने वालों में करीब 100 लोगों पर गुइलेन-बैरे सिंड्रोम का असर होने का पता चला है। इनमें 95 लोगों की स्थिति गंभीर थी और उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता थी जबकि एक अन्य की मौत हो गयी थी।
सीडीसी के मुताबिक टीकाकरण के करीब दो सप्ताह बाद ज्यादातर 50 वर्ष और उससे अधिक आयु के पुरुषों के प्रभावित होने की रिपोर्टें हैं। दूसरी तरफ जॉनसन एंड जॉनसन ने कहा है कि वह गुइलेन-बैरे सिंड्रोम के दुर्लभ मामलों के संदर्भ में एफडीए और अन्य नियामकों के साथ चर्चा कर रहा है।