लखनऊ। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नजर उत्तर प्रदेश के छोटे दलों पर है। वैसे यूपी के विधानसभा चुनाव पर उनकी पहले से नजर है। उनका भरोसा है कि छोटे दलों के साथ से चुनावी नैय्या पार लगाई जा सकती है।
सियासी जानकारों की मानें तो नीतीश कुमार बसपा छोड़कर आए स्वामी प्रसाद मौर्य और आरके चौधरी से लगातार सम्पर्क में हैं। आरके चौधरी की प्रस्तावित रैली में में तो उन्होंने मुख्य अतिथि बनना स्वीकार कर लिया है। वह बीच बीच में यहां दौरा कर अपनी सक्रियता बनाए हुए हैं।
जानकारी के अनुसार पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद यादव लगातार गैर भाजपा महागठबंधन की बात करते रहे हैं। इस बीच कई छोटे-छोटे दलों की अलग-अलग हो रही बैठकों को भी इसी महागठबंधन की तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है। हाल में उधर, पीस पार्टी और महान दल ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि भाजपा को छोड़कर किसी भी गठबंधन से उन्हें परहेज नहीं है।
उधर, अपना दल की अध्यक्ष कृष्णा पटेल भी स्वीकार कर चुकी हैं कि नीतीश कुमार से उनकी बात हुई है। आर के चौधरी ने भी स्वीकार किया है कि कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने उनसे बात की है। उधर, पीस पार्टी के डॉ. अयूब भी स्वामी प्रसाद और चौधरी से सम्पर्क की बात कह रहे हैं। साथ ही वह सभी छोटे दलों की अगुवाई के लिए कांग्रेस से अपील कर रहे हैं।