रूस पर अमेरिका और यूरोपीय देशों के लगाए गए प्रतिबंध का असर भारत की आयात क्षमता पर पड़ सकता है। भारतीय कंपनियों पर इसका सीधा प्रभाव उत्पादन लागत में दबाव के रूप में भी पड़ सकता है। ऐसा अनुमान एक रिपोर्ट के अनुसार लगाया गया है।
सोमवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार क्रिसिल ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में रूस को भारत से किया जाने वाला निर्यात 2.55 अरब डॉलर पर रहा, ये पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 1.87 अरब डॉलर के निर्यात से 36.1 प्रतिशत अधिक है।
वित्त वर्ष 2021-22 के शुरूआती नौ महीनों में भारत द्वारा
यूक्रेन को 37.2 करोड़ डॉलर का निर्यात किया गया।
इस रिपोर्ट के मुताबिक़ वित्त वर्ष 2021-22 के शुरूआती नौ महीनों में भारत द्वारा यूक्रेन को 37.2 करोड़ डॉलर (0.2 प्रतिशत) का निर्यात किया गया। हालांकि इसी रिपोर्ट में कहा गया है कि इस्पात और एल्युमीनियम जैसे कुछ क्षेत्रों को बढ़ती कीमतों से फायदा भी हो सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बात की और युद्धग्रस्त देश के सूमी शहर में फंसे भारतीय छात्रों की सुरक्षित और तुरंत निकासी पर उनसे मदद मांगी। उन्होंने हिंसा को तत्काल समाप्त करने के अपने आह्वान को दोहराया।