दिल्ली विधानसभा चुनाव के लगभग सभी परिणाम सामने आ चुके हैं। इस बार दिल्ली की जनता ने भाजपा पर भरोसा जताते हुए राज्य की सत्ता उसे सौंपी है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब कुछ सीटों पर गिनती का काम बचा है। प्रदेश में 27 साल बाद एक बार फिर भाजपा की सरकार बनने जा रही है।
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों वाले प्रदेश में भाजपा को स्पष्ट बहुमत के लिए 36 का आंकड़ा पार करना था। खबर लिखे जाने तक भाजपा के खाते में 48 सीटें नजर आ रही है। आम आदमी पार्टी इस समय 22 सीट पर नज़र आ रही है। कांग्रेस सहित अन्य दल खाता भी नहीं खोल सके हैं।
नई दिल्ली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। यहाँ से पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनाव हार गए हैं। भाजपा के प्रवेश वर्मा ने उन्हें 3182 वोट से शिकस्त दी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली की जिन 14 विधानसभा सीटों पर प्रचार किया था, उनमे से 11 सीटों पर पार्टी को जीत मिली है। ख़ास सीटों में मंगोलपुरी विधानसभा सीट की बात करें तो यहाँ पर भाजपा उम्मीदवार राज कुमार चौहान ने जीत हासिल की है। राज कुमार चौहान किसी ज़माने में शीला दीक्षित के करीबी नेताओं में से थे मगर बाद में उन्होंने भाजपा का हाथ थाम लिया।
संगम विहार सीट से भी भाजपा के चंदन कुमार चौधरी ने जीत हासिल की है। जानकीपुरम विधानसभा सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार आशीष सूद ने जीत हासिल की। शाहदरा विधानसभा सीट पर भी भाजपा के उम्मीदवार संजय गोयल जबकि घोंडा विधानसभा सीट पर भाजपा के अजय महावर ने जीत हासिल की है।
योगी के प्रचार के बावजूद भाजपा जिन तीन सीटों पर हारी है, उनमे सुलतानपुर विधानसभा सीट, किराड़ी विधानसभा सीट और करोल बाग विधानसभा सीट शामिल है।
भाजपा की इस कामयाबी पर, अपने सम्बोधन में पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा- ‘हम जनता के फैसले को विनम्रता से स्वीकार करते हैं। मैं भाजपा को इस जीत के लिए बधाई देता हूं। मुझे उम्मीद है कि वे उन उम्मीदों पर खरे उतरेंगे, जिसके साथ लोगों ने उन्हें बहुमत दिया है।”
आगे उन्होंने कहा- ”लोगों ने हमें जो 10 साल दिए, उसमें हमने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी आदि के क्षेत्र में काम किया। अब लोगों ने जो फैसला हमें दिया है, उसके साथ हम न केवल रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे, बल्कि जनता की सेवा करते रहेंगे। मैं आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को बहुत शानदार चुनाव लड़ने की बधाई देता हूं।’’