यह ऐतिहासिक निर्णय विश्व स्तर पर चाय उद्योग के दावों की पुष्टि करता है। एफडीए यानी अमरीकन फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने हाल ही में चाय को सेहतमंद खुराक के रूप में मान्यता दे दी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह ऐतिहासिक फैसला वैश्विक स्तर पर चाय उद्योग के उस दावे को सही साबित करता है कि चाय स्वास्थ्य लाभ पहुंचाती है।
एफडीए ने स्वस्थ पोषक तत्व सामग्री के दावे को अपडेट करने वाले अंतिम नियम की घोषणा 19 दिसंबर को की, ताकि उपभोक्ताओं को ऐसे खाद्य पदार्थों की पहचान करने में मदद मिल सके जो आहार संबंधी सिफारिशों के अनुरूप हों। इस अपडेट के हिस्से के रूप में, कैमेलिया साइनेंसिस से बनी चाय अब हेल्दी डेजिग्नेशन का हिस्सा है।
नॉर्थ ईस्टर्न टी एसोसिएशन के सलाहकार और भारतीय चाय बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष बिद्यानंद बोरकाकोटी ने भी अपनी खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा- “हम एफडीए की मान्यता से बहुत खुश हैं। दुनिया भर में शोध चाय के स्वास्थ्य लाभों को रेखांकित करते हैं। हम भारत सरकार से चाय को स्वास्थ्यवर्धक और जीवनशैली पेय के रूप में बढ़ावा देने का आग्रह करते हैं।”
फैसले में विशेष रूप से कहा गया है कि कैमेलिया साइनेंसिस नामक पौधे से प्राप्त चाय एक स्वास्थ्य पेय है। वैश्विक स्तर पर चाय प्रोडक्शन और मार्केटिंग से जुड़े कई संगठनों ने इस फैसले का स्वागत किया है।
अमरीकन टी एसोसिएशन के अध्यक्ष पीटर एफ गोगी ने इस फैसले को वैश्विक चाय उद्योग के लिए बड़ी खबर बताया, जो चाय को एक स्वास्थ्य पेय के रूप में बढ़ावा देगा। साथ ही इसका बाजार पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा।
नॉर्थ ईस्टर्न टी एसोसिएशन द्वारा साझा किए गए एक बयान में, एफडीए ने कैमेलिया साइनेंसिस को संभावित स्वास्थ्य लाभों से जोड़ने वाले पिछले निष्कर्षों को स्वीकार किया, जैसे कि कुछ कैंसर के साथ इसका संबंध। हालांकि, एजेंसी ने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य संबंधी यह दावा कैमोमाइल, पेपरमिंट, अदरक, लैवेंडर, हिबिस्कस, बटरफ्लाई पी फ्लावर या मसाला चाय सहित अन्य पौधों से बनी हर्बल चाय तक नहीं फैला है।