नई दिल्ली : भारतीय स्टेट बैंक अपने पांच सहयोगी बैंक और भारतीय महिला बैंक के खुद में विलय की प्रक्रिया को एक अप्रैल से शुरू कर सकता है. उम्मीद की जा रही है कि इसे तीन महीनों में पूरा कर लिया जाएगा. sbi
बैंक के प्रबंध निदेशक (राष्ट्रीय बैंकिंग समूह) रजनीश कुमार ने कहा, ‘‘बैंक ने भारतीय रिजर्व बैंक से विलय को पूरा करने के लिए तीन माह का समय मांगा है. इसे इसी समयसीमा में पूरा हो जाना चाहिए.’’
उन्होंने कहा कि यह विलय चरणों में होगा. पहले डाटा को एकीकृत किया जाएगा और नयी पासबुक और चेक बुक भी जारी करनी होंगी. इस प्रक्रिया को पूरा करने में तीन महीने लगेंगे.
उन्होंने कहा कि विलय के बाद करीब 1,500-1,600 शाखाएं बंद कर दी जाएंगी क्योंकि कई जगह ज्यादा शाखाएं हैं. यह शाखाएं स्टेट बैंक या उसके सहयोगी बैंकों की होगी इस पर निर्णय स्थान को देखते हुए लिया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि सरकार पहले ही स्टेट बैंक में उसके पांच सहयोगी स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद और भारतीय महिला बैंक के विलय की मंजूरी दे चुकी है.