मैरीलैंड में हुए एक अध्ययन में पाया गया कि दैनिक कैलोरी सेवन में 12 प्रतिशत की कमी से हमारा जीवन काल बढ़ सकता है।
जिन लोगों ने कैलोरी का सेवन कम कर दिया, उनमें ऊर्जा उत्पादन और मेटाबॉलिज़्म में शामिल जीन अधिक सक्रिय हो गए- अध्ययन
विशेषज्ञों का कहना है कि कम कैलोरी का सेवन शरीर में उम्रके साथ बढ़ने वाली सूजन को कम करता है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के वैज्ञानिकों ने दो साल के अध्ययन में लोगों पर 12 प्रतिशत कैलोरी कम करने के प्रभावों की जांच की।
अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों ने कैलोरी का सेवन कम कर दिया, उनमें ऊर्जा उत्पादन और मेटाबॉलिज़्म में शामिल जीन अधिक सक्रिय हो गए और इस प्रक्रिया ने सूजन को बढ़ने नहीं दिया।
अध्ययन लेखक डॉ. लुइगी फेरुची के अनुसार, चूंकि सूजन का उम्र बढ़ने की प्रक्रिया से बहुत गहरा संबंध है, इसलिए सूजन की स्थिति को रोकने के लिए कैलोरी का सेवन सीमित करना एक बहुत प्रभावी तरीका है।
उन्होंने कहा कि कैलोरी की खपत में थोड़ी कटौती आसानी से की जा सकती है जिसका हमारे स्वास्थ्य पर बड़ा असर हो सकता है।
अध्ययन में विशेषज्ञों ने पाया कि पहले वर्ष में प्रतिभागियों का वजन 9 किलोग्राम तक कम होने के बावजूद उनकी मांसपेशियों की ताकत कम नहीं हुई।
जर्नल एजिंग सेल में प्रकाशित एक अध्ययन में, वैज्ञानिकों ने दो साल का आहार शुरू करने से पहले और बाद में 90 प्रतिभागियों की जांघ की मांसपेशियों की बायोप्सी की।
वैज्ञानिकों ने पाया कि जिन लोगों ने कैलोरी का सेवन कम कर दिया, उनमें जीन सक्रिय रहे, जिससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को सहयोग मिला।