राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद केरल के वायनाड लोकसभा सीट पर 16 उम्मीदवार खड़े हुए थे लेकिन प्रियंका गांधी ने इस मुकाबले को बिलकुल एकतरफा बना दिया।
वायनाड लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस चुनाव में 622338 वोट हासिल किए हैं। इस मुक़ाबले में सीपीआई के सत्यन मोकेरी को 211407 वोट मिले। इस चुनाव में तीसरे नंबर भाजपा उम्मीदवार 109939 लाख वोट के साथ तीसरे नंबर पर रहीं। इस तरह से प्रिंयका गांधी का जीत का अंतर 410931 रहा।
साल 2024 में वायनाड लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने 6,47,445 वोटों के साथ जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में उन्होंने सीपीआई की एनी राजा को 3,64,422 वोटों के अंतर से हराया था। उपचुनाव में प्रिंयका गांधी का जीत का अंतर 410931 रहा।
वायनाड के चुनावी नतीजों से खुश प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोशल मीडिया पर अपनी एक पोस्ट में लिखा- ‘वायनाड के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, आपने मुझ पर जो भरोसा जताया है, उसके लिए मैं आपकी बहुत आभारी हूं। मैं यह सुनिश्चित करूंगी कि समय के साथ, आप वास्तव में महसूस करें कि यह जीत आपकी जीत है और जिस व्यक्ति को आपने अपना प्रतिनिधि चुना है, वह आपकी उम्मीदों और सपनों को समझता है और आपके लिए लड़ता है। मैं संसद में आपकी आवाज बनने के लिए उत्सुक हूं!’
बताते चलें कि 2024 के लोकसभा चुनावों में राहुल गांधी ने राय बरेली सीट को चुना और वायनाड से इस्तीफा दे दिया। प्रियंका गांधी ने यहाँ से पहली बार चुनावी मैदान में कदम रखा।
इस उपचुनाव ने प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी की लोकप्रियता का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है। साल 2024 में ही वायनाड लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने 6,47,445 वोटों के साथ बड़ी जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में उन्होंने सीपीआई की एनी राजा को 3,64,422 वोटों के अंतर से हराया था। बीजेपी उम्मीदवार के सुरेंद्रन को इस चुनाव में 1,41,045 वोट मिले थे और वह तीसरे स्थान पर रहे थे।
इससे पहले साल 2019 में राहुल गाँधी ने इस सीट से 4,31,770 वोट के अंतर से चुनाव जीता था। इस ऐतिहासिक जीत में राहुल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी, सीपीआई (एम) के पीपी सुनीर को 4,31,770 वोटों के बड़े अंतर से हराया था। यह अंतर भारतीय चुनावी इतिहास में सबसे बड़े जीत के अंतर में से एक था। उस समय राहुल गांधी को लगभग 7,06,367 वोट मिले थे जबकि पीपी सुनीर को लगभग 2,74,597 वोट मिले थे।