वाराणसी, 15 जुलाई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंच गये। प्रधानमंत्री उत्सवी माहौल के बीच भारत-जापान की दोस्ती के प्रतीक 186 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित वाराणसी इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर ‘रुद्राक्ष’ समेत पर्यटन, स्वास्थ्य, यातायात एवं बुनियादी व्यवस्थाओं से जुड़ी 1583 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे।
मोदी के स्वागत के लिए जगह-जगह लोग विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम कर रहे हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अपने एक दिवसीय दौरे पर अपने निर्धारित समय पूर्वाह्न 10:30 बजे लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत अन्य नेताओं ने उनकी आगवानी की।
श्री मोदी कोरोना महामारी शुरू होने के बाद करीब आठ माह बाद पहली बार यहां आये हैं। इससे पहले वह 30 नवंबर को देव दीपावली के अवसर पर आये थे। तब उन्होंने अनेक विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया था। अपने करीब 5 घंटे की वाराणसी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे। इसके मद्देनजर तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किये गये हैं।
श्री मोदी काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) परिसर में आयोजित एक जनसभा में लोकार्पण एवं शिलान्यास के साथ ही देशवासियों को संबोधित करेंगे। यहां कोविड दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए 5000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की
गई है। प्रधानमंत्री बीएचयू के आईआईटी मैदान में आयोजित जनसभा में अरबों रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे। गोदौलिया चौराहे पर पहली मल्टीलेवल पार्किंग, बीएचयू अस्पताल में 100 बिस्तरों का मातृत्व एवं शिशु शाखा, वाराणसी-गाजीपुर सड़क पर तीन लेन का फ्लाईओवर पुल, पर्यटन विकास के लिए गंगा में यातायात के लिए रो-रो सेवा समेत 744 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे।
इसके अलावा 839 करोड़ रुपये की परियोजनाओं में सेंटर फॉर स्कील एंड टेक्निकल स्पोर्ट ऑफ सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्रो-केमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीआईपीईटी), जल मिशन योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों की 143 परियोजना,
करखियांव में आम एवं सब्जी के लिए इंटीग्रेटेड पैक हाउस शिलान्यास प्रमुख योजनाओं में शामिल है। उन्होंने बताया कि श्री मोदी अपराह्न करीब सवा 12 बजे सिगरा में नवनिर्मित वाराणसी इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर ‘रुद्राक्ष’ जाएंगे, जहां उद्घाटन के बाद बड़ी संख्या में विशिष्टजनों से संवाद करेंगे। नवनिर्मित भवन को भारत-जापान की दोस्ती की मिसाल के तौर पर जाना जाएगा। इसे जापान के सहयोग से बनाया गया है। इसे जापानी संस्कृति के मुताबिक भव्य तरीके से सजाया गया है। इस अवसर पर जापान के उच्चाधिकारियों के लिए लजीज व्यंजनों की व्यवस्था की गई है।
प्रधानमंत्री ने 14 जुलाई 2018 को एक जनसभा में 937 करोड़ रुपये की 33 विकास परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास के साथ कन्वेंशन सेंटर की नींव रखी थी। उन्होंने बताया कि अपने एक दिवसीय दौरे के तीसरे चरण में प्रधानमंत्री फिर बीएचयू आएंगे, जहां बीएचयू अस्पताल में 100 बिस्तरों का मातृत्व एवं शिशु शाखा का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री बीएचयू में जिले के चुनिंदा स्वास्थ्य अधिकारियों, चिकित्सकों एवं कर्मचारियों के साथ कोविड-19 की तैयारियों लेकर उनसे संवाद करेंगे।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा के मुकम्मल इंतजाम किये गये हैं। इसके लिए 21 आईपीएस, 42 एडिशनल एसपी, 65 डिप्टी एसपी, पीएसी एवं केंद्रीय अर्धसैनिक बल की 12-12 कंपनियों के अलावा 5000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों की तैनाती जगह-जगह की गई है। कार्यक्रम स्थलों को सील कर दिया गया है तथा आसपास आवश्यक बैरिकेडिंग की गई है। प्रधानमंत्री सड़क यात्रा मार्गों पर पड़ने वाली ऊंची इमारतों के ऊपर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया तथा सड़क मार्गों पर यातायात नियंत्रित करने के लिए करीब 500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में शामिल 600 करोड़ रुपये से अधिक लागत की निर्माणाधीन श्री काशी विश्वनाथ मंदिर कोरिडोर का भी निरीक्षण कर सकते हैं।