खाद्य नियामक एफएसएसएआई के निर्देश के बाद पतंजलि फूड्स लिमिटेड ने बाजार से 4 टन लाल मिर्च पाउडर वापस मंगा लिया है। यह फैसला खाद्य सुरक्षा मानदंडों के अनुरूप न होने के कारण लिया गया। कंपनी ने ग्राहकों से अपील की है कि उत्पाद को जहां से उसे खरीदा है, वहां जाकर लौटाएं और पूरी क़ीमत वापस लें।
पैक किए गए लाल मिर्च पाउडर की एक खेप को वापस लेने के बाद पतंजलि फूड्स कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजीव अस्थाना ने इसकी पुष्टि की है। अपने बयान में उन्होंने बताया कि पतंजलि फूड्स ने 4 टन लाल मिर्च पाउडर के छोटे बैच को वापस मंगाया है। इस मसाले की 200 ग्राम वाली पैकिंग को वापस कराया गया है।
रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के मुताबिक़, कंपनी ने बताया कि रेगुलेटर ने 13 जनवरी को इस संबंध में एक आदेश जारी किया था। दरअसल इनमे खाद्य सुरक्षा और मानक विनियम, 2011 के नियमों की अनदेखी पाए जाने के कारण यह उत्पाद को वापस मंगवाने के निर्देश दिए गए हैं
उत्पाद के नमूनों की जांच करने पर उनमें कीटनाशक अवशेषों की अधिकतम स्वीकार्य सीमा संतुलित न होने के चलते यह फैसला लिया गया। गौरतलब है कि एमआरएल यानी कीटनाशक अवशेषों की अधिकतम अवशेष सीमा हेतु एफएसएसएआई द्वारा विभिन्न खाद्य पदार्थों के लिए सीमा निर्धारित की गई है।
बताते चलें कि बाबा रामदेव की आयुर्वेद समूह की कंपनी में पतंजलि फूड्स लिमिटेड भी है। इसकी स्थापना 1986 में हुई थी। पतंजलि रुचि गोल्ड, न्यूट्रीला जैसे विभिन्न ब्रांडों के उत्पाद बेचती है।
जानकारी में संजीव अस्थाना यह भी बताया कि नियामक मानदंडों के अनुरूप कंपनी ने अपने वितरण चैनल साझेदारों को सूचित करने के लिए फौरी कदम उठाए हैं। उपभोक्ताओं तक इस सूचना को पहुंचाने के लिए कंपनी द्वारा विज्ञापन भी जारी किए गए हैं।
पतंजलि फूड्स के एकल शुद्ध लाभ में सितंबर तिमाही में 21 प्रतिशत वृद्धि हुई है। इज़ाफ़े के बाद यह 308.97 करोड़/- रहा। बीते वर्ष की समान तिमाही में शुद्ध लाभ 254.53 करोड़/- था।
वहीँ इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी की कुल आय 8,198.52 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह आय 7,845.79 करोड़/- थी।