पणजी : मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में भाजपा ने रविवार को गोवा में अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया। गोवा में कांग्रेस से कम सीटें पाने वाली भाजपा को राकांपा, छोटे दलों और निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिला है। Parrikar
इस गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री पर्रिकर होंगे। गोवा फॉरवर्ड पार्टी, महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी, दो निर्दलीय और राकांपा के एकमात्र विधायक के समर्थन पत्र के साथ पर्रिकर ने रविवार शाम गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा से भेंट की। सबका साथ मिलने पर गठबंधन के पास कुल 22 विधायक हैं।
इसके साथ ही चुनाव में 13 सीटें पाने वाली भाजपा ने 40 सदस्यीय विधानसभा में सरकार बनाने के लिए जरूरी आंकड़ा जुटा लिया है। हालांकि चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस 17 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी।
केन्द्रीय मंत्री और भाजपा के गोवा में चुनाव प्रभारी नितिन गडकरी ने कहा, ‘गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने से पहले पर्रिकर रक्षामंत्री के पद से इस्तीफा देंगे।’
गोवा फॉरवर्ड पार्टी के नेता विजय सरदेसाई ने मीडिया को बताया कि राज्य में स्थिर सरकार के लिए वह भाजपा का समर्थन कर रहे हैं।
महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी के नेता सुदिन धावलिकर का कहना था कि उनकी पार्टी सिर्फ इस शर्त पर भाजपा को समर्थन देगी, यदि पर्रिकर राज्य सरकार के प्रमुख बनते हैं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे सामने सहयोगी पार्टियों ने शर्त रखी कि अगर मनोहर पर्रिकर को सीएम बनाया जाता है तो हम लोग समर्थन देने के लिए तैयार हैं।
फिर पार्टी अध्यक्ष और मैंने मनोहर पर्रिकर से बात की, उन्होंने कहा की पार्टी कमान जो भी कहेगी मैं वह करने के लिए तैयार हूं।
साथ ही गड़करी ने कहा, ‘मनोहर पर्रिकर ने देश के लिए अच्छा काम किया है। मनोहर पर्रिकर जी ने रक्षामंत्री के नाते अच्छा काम किया।
हमने फैसला किया था कि उन्हें दिल्ली में ही रहना चाहिए। लेकिन पर्रिकर ने कहा कि पार्टी जो भी कहेगी मैं वह करने के लिए तैयार हूं। अगर गोवा में ऐसे समय में मेरी जरूरत है तो मैं तैयार हूं।
उन्होंने कहा कि मैं गोवा के हितों और विकास के लिए सेवक हूं।’ साथ ही गड़करी ने कहा कि मनोहर पर्रिकर ने अभी रक्षामंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया है। इसके बारे में बाद में फैसला किया जाएगा।
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