शोर-शराबे वाले वातावरण में ध्वनि को कान के पर्दे तक पहुंचने से रोकने के लिए आमतौर पर इयरप्लग पहना जाता है, जिससे व्यक्ति में टिनिटस का खतरा कम हो जाता है। टिनिटस एक ऐसी स्थिति है जिसके कारण कानों में घंटी बजने जैसी आवाज आती है।
अब जानकारों ने इस समस्या से जुड़ा एक और राज़ फाश किया है कि आहार में सरल परिवर्तन से लोगों में टिनिटस का जोखिम कम हो सकता है।
चीन के सिचुआन के वरिष्ठ शोधकर्ता कुंजी झांग के नेतृत्व में अनुसंधान दल ने निष्कर्ष निकाला कि टिनिटस (Tinnitus) की रोकथाम के लिए आहार-आधारित रणनीति इस दीर्घकालिक रोग के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
बीएमजे पत्रिका में शोधकर्ताओं ने बताया कि आहार में साधारण परिवर्तन से लोगों में टिनिटस का खतरा कम हो जाता है। टिनिटस ध्वनि (बजना, भिनभिनाना या क्लिक करना) की धारणा है जब कोई बाहरी स्रोत नहीं होता है। डेटा से पता चलता है कि यह दुनिया भर में लगभग 14% वयस्कों को प्रभावित करता है और अवसाद, चिंता, तनाव और गंभीर मामलों में आत्महत्या से जुड़ा है।
इसका कोई इलाज नहीं है, लेकिन परामर्श, व्यवहार चिकित्सा, दवाएं और श्रवण यंत्र जैसे उपचार लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
आहार का भी टिनिटस पर महत्वपूर्ण प्रभाव हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि उच्च गुणवत्ता वाले पोषक तत्व खाने से आंतरिक कान में रक्त प्रवाह में सुधार और ऑक्सीडेटिव क्षति और सूजन को कम करके सुनने पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। लेकिन पिछले अध्ययनों से विरोधाभासी परिणाम सामने आए हैं और यह अभी भी अनिश्चित है कि कौन से विशिष्ट खाद्य पदार्थ लक्षणों को खराब करते हैं या कम करते हैं।
इस पर आगे की खोज करने के लिए, शोधकर्ताओं ने मई 2024 तक प्रकाशित वयस्कों में टिनिटस और आहार को जोड़ने वाले अध्ययनों की तलाश में शोध डेटाबेस को खंगाला।
उन्हें 301,533 लोगों से जुड़े आठ अवलोकन संबंधी अध्ययन मिले, जिसमें मान्य प्रश्नावली का उपयोग करके 15 आहार कारकों का मूल्यांकन किया गया था, जो उनके विश्लेषण में शामिल करने के लिए उपयुक्त गुणवत्ता के थे। आहार कारकों में कार्बोहाइड्रेट, कैफीन, अंडे, फल, फाइबर, वसा, मांस, प्रोटीन, चीनी, मछली, सब्जियां और डेयरी शामिल थे।
संयुक्त निष्कर्षों से पता चला कि फल, आहार फाइबर, डेयरी उत्पादों और कैफीन की खपत में वृद्धि टिनिटस की घटना में कमी से जुड़ी थी। ये कमी फलों के सेवन के लिए 35%, आहार फाइबर के लिए 9%, डेयरी उत्पादों के लिए 17% और कैफीन के सेवन के लिए 10% थी।