पोर्ट्समाउथ: एक नए अध्ययन के अनुसार कोरोना का मामूली सा इन्फेक्शन दिल की सेहत पर लम्बे समय तक असर डाल सकता है।
ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी ऑफ पोर्ट्समाउथ के वैज्ञानिकों के एक दल ने एक स्टडी में कोविड से पहले और बाद में धमनियों की जकड़न का जायज़ा लेने के बाद कुछ नतीजे निकले हैं।
स्टडी के मुताबिक़ कोविड का हल्का इंफेक्शन झेलने वालों में दो से तीन महीने बाद वेन और कार्डियोवास्कुलर फ़ंक्शन में कुछ दिक्कतें देखने को मिली।
क्लिनिकल मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि कोविड के नुकसान में धमनियों का सख्त होना और खराब होना शामिल है, जिससे दिल की बीमारियां हो सकती हैं। अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों में हल्के कोविड का पता चला था, उनमें संक्रमण के दो से तीन महीने बाद वेन और कार्डियोवास्कुलर फ़ंक्शन में कुछ दिक्कतें देखने को मिली।
पोर्ट्समाउथ विश्वविद्यालय के अध्ययन सह-लेखक डॉ. मारिया पारिसो ने कहा कि शोधकर्ता खराब हृदय स्वास्थ्य को देखकर हैरान थे, जो कोविड संक्रमण के बाद बिगड़ गया। उन्होंने कहा कि आमतौर पर यह उम्मीद की जाती है कि संक्रमण के बाद सूजन कम हो जाएगी और शरीर की सभी प्रक्रियाएं सामान्य हो जाएंगी।
अध्यन के आधार पर उन्होंने आगे कहा कि अधिक शोध के बिना, शोधकर्ता केवल अनुमान लगा सकते हैं, लेकिन सबूत बताते हैं कि यह कोविड -19 द्वारा सक्रिय एक ऑटोइम्यून प्रक्रिया के कारण होता है जिसके परिणामस्वरूप धमनी क्षति होती है।