हमास पॉलिटिकल चीफ इस्माइल हनियेह की मौत की खबर आ रही है। ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स यानी आईआरजीसी ने इसकी पुष्टि की है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक़ भारतीय समयानुसार सुबह 4 बजे तेहरान में हनियेह के घर को निशाना बनाकर स्ट्राइक की गई। तेहरान में इस समय रात के दो बजे थे। इस स्ट्राइक में हमास चीफ इस्माइल हनियेह और एक बॉडीगार्ड के मारे जाने की खबर है।
हमास ने भी पॉलिटिकल चीफ इस्माइल हनियेह की मौत की पुष्टि कर दी है। इस मामले में अभी तक इजराइल की ओर से कोई बयान नहीं आया है। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक हनियेह की हत्या की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है।
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, मंगलवार को हनियेह ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए तेहरान में मौजूद थे। बताया जा रहा है कि हमास की लीडरशिप मिलने के बाद हनियेह ने गाजा पट्टी छोड़ दी थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ इस्माइल हनियेह सहित हमास की पॉलिटिकल लीडरशिप पिछले 12 वर्षों से से कतर में रह रही थी। कतर के हमास के साथ अच्छे संबंध रहे हैं।
इसराइल ने गाज़ा के कैंप में अप्रैल 2024 में एक गाड़ी पर तीन मिसाइलें दाग़ी थीं। इस हमले में इस्माइल हनियेह के तीन बेटे, तीन पोते-पोती और एक ड्राइवर की मौत हो गई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स में यह संकेत भी दिए जा रहे हैं कि लम्बे समय से मध्यस्थता का रोल निभाने वाला क़तर बीते तीन माह से अपने इस रोल को निभाते हुए परेशान हो चुका था। इन हालत में हमास के नेता ओमान शिफ्ट होने की योजना बना रहे थे।
हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी मूसा अबु मरज़ोक ने इस हमले को कायराना हरकत बताते हुए बदला लेने की बात कही है। हनियेह की देखरेख में ही हमास ने पिछले साल 7 अक्टूबर को इजराइल पर 75 सालों का सबसे बड़ा हमला किया था। इसमें 12 सौ से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। जवाब में इसराइल ने गाज़ा पर सैन्य कार्रवाई शुरू की जो अब तक जारी है। इस कार्रवाई में अब तक 38 हज़ार से ज़्यादा लोग मारे जा चुके हैं।