उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से उत्तराखंड के बीच 300 किमी लंबा एक्सप्रेस तैयार किया जाएगा। इस राजमार्ग को गोमती एक्सप्रेसवे नाम दिया गया है और गोमती नदी के किनारे ये दुधवा नेशनल पार्क होते हुए उत्तराखंड के नैनीताल जिले में हल्द्वानी शहर तक पहुंचाएगा। लखनऊ विकास प्राधिकरण ने द्वारा इस एक्सप्रेस-वे का खाका तैयार कर लिया गया है। सिटी डेवलपमेंट प्लान में शामिल इस प्रोजेक्ट में करीब करीब 15 हजार करोड़ रुपये लागत की लागत और 5 वर्ष का समय लगेगा।
- लखनऊ से हल्द्वानी तक बनेगा 300 किलोमीटर लंबा गोमती एक्सप्रेसवे
- इसकी लागत करीब 15 हजार करोड़ होगी
- गोमती एक्सप्रेसवे 2027 तक बनकर तैयार होगा
यह एक्सप्रेसवे लखनऊ में गोमती नदी के किनारे से बनेगा। इसके साथ एक बड़ी परियोजना के रूप में लखनऊ को सीधे उत्तराखंड से जोड़ने के लिए नया एक्सप्रेसवे बनाने का प्रस्ताव है। शासन को भेजी जाने वाली सिटी डेवलपमेंट प्लान रिपोर्ट में शहर के अंदर कई फ्लाईओवर, अंडरपास, फुट ओवर ब्रिज बनाने का प्रस्ताव है। प्राधिकरण द्वारा प्राथमिक स्तर पर इसका अध्ययन किया जा चुका है। इस दायरे में आईआईएम रोड तक गोमती किनारे ग्रीन कॉरिडोर बनना है। ग्रीन कॉरिडोर खत्म होने के बाद आगे से गोमती एक्सप्रेसवे बनेगा। लखनऊ में गोमती नदी किनारे इसकी लंबाई करीब 40 किमी होगी। गोमती किनारे एक्सप्रेस-वे बनाने के लिए जमीन भी खाली है। इसके लिए अधिक जमीन अधिग्रहण की जरूरत नहीं होगी।
गोमती एक्सप्रेसवे बनाने में जमीन अधिग्रहण, फ्लाईओवर, रेलवे ओवर ब्रिज, सर्विस रोड सहित पूरी परियोजना पर तकरीबन 15040 करोड़ रुपए खर्च आएगा। इसे बनाने के लिए केंद्र सरकार से भी मदद दी जाएगी। केंद्र सरकार पहले से ही कई एक्सप्रेसवे को बजट दे रहा है। इस परियोजना में भी केंद्र से पूरी मदद मिलने की उम्मीद है। सिटी डेवलपमेंट प्लान के मुताबिक़ ये प्रोजेक्ट 2027 तक बनकर तैयार होने की उम्मीद है।