नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्ववर्ती सरकारों और तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को देश के हर घर तक बिजली पहुंचाने के वादे को पूरा नहीं करने के लिए गुरुवार को जिम्मेदार ठहराया। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस वर्ष 2009 तक हर घर तक बिजली पहुंचाने के अपने चुनावी वादे को पूरा करने में विफल रही।
प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना (सौभाग्य) के लाभार्थिंयों से बात करते हुए मोदी ने कहा कि पिछली सरकारों ने वादे किए , लेकिन वे उन्हें पूरा करने में नाकाम रहीं। तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष (सोनिया गांधी) ने वादा किया था कि वर्ष 2009 तक सभी घरों में बिजली पहुंचायी जाएगी लेकिन वर्ष 2009, 2010 यहंा तक कि वर्ष 2011 तक भी यह नहीं हुआ।
मोदी ने कहा कि पिछली सरकारों ने जो वादे किए उन्हें पूरा करने में वह इसलिए विफल रहीं क्योंकि उनके नेता गंभीर नहीं थे और अब वे (विपक्ष) मौजूदा सरकार द्वारा लागू की जा रही योजनाओं और कार्यक्रमों में खामियां तलाश रहे हैं। उन्होंने कहा कि 28 अप्रैल 2018 तक देश के हर गांव में बिजली पहुंच गई।
यह एक ऐतिहासिक तारीख है। यह दुख की बात है कि आजादी के 70 वर्षों बाद तक देश के लोगों के पास बिजली नहीं थी। उल्लेखनीय है कि 16,320 करोड़ रुपये की सौभाग्य योजना पिछले साल सितंबर में शुरू की गई थी। इसके तहत बिजली की रोशनी से अब तक वंचित 3.6 करोड़ घरों तक 31 मार्च 2019 तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य है।
हालांकि सरकार इन घरों को 31 दिसंबर 2018 तक रोशन करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। इस माह की शुरुआत में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बिजली मंत्रियों ने शिमला में हुई बैठक में 31 दिसंबर 2018 तक सभी घरों तक बिजली पहुंचाने की प्रतिबद्धता जताई थी।