एजुकेशन अब सिर्फ सिर्फ लिटरेचर, फिलॉसफी, मेडिकल साइंस, एस्ट्रोलॉजी जैसे विषयों तक सीमित नहीं है। पिछले करीब 3 4 दशकों से मैनेजमेंट, टेक्नोलॉजी समेत असंख्य नए क्षेत्रों में अध्ययन का दायरा काफी तेजी से बढ़ा है। करियर की राह बुनते समय अब इनोवेटिव पीढ़ी सारे रटे रटाए नियमों को परे रखकर फैसले ले रही है। किसी भी नए क्षेत्र में हाथ आजमाने में डर महसूस नहीं किया जाता। म्यूजिक, पेंटिंग, थियेटर, आर्ट, डांस, लैंग्वेज, लिटरेचर, स्पोर्ट्स अब पहले की तरह सिर्फ शौक नहीं हैं, बल्कि करियर ओरियंटेड ऑप्शन के रूप में भी इनका प्रचलन तेजी से बढ़ा है। इन क्षेत्रों में पढ़ाई से मिलने वाला फाइनेंशियल रिटर्न भी अच्छा देखने को मिल रहा है। इसके चलते इनकी पढ़ाई के लिए मिलने वाला कर्ज भी आसान हो रहा है। Education loan
अवसरों में तेजी से लोन में आसानी
बीते 5 सालों में इस तरह के कोर्सेस के लिए दिए जाने वाले लोन की डिमांड में भी तेजी देखने को मिली है। साथ ही इनमें कमाई के अवसर भी पहले की और अन्य क्षेत्रों की तुलना में तेजी से विकसित हो रहे हैं। ऐसे में बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थाओं की एजुकेशन फाइनेंसिंग पॉलिसी में भी गैर पारंपरिक कोर्सेस को तरजीह दी जा रही है। लोन लेने के पास करियर का रोडमैप स्पष्ट हो और अच्छी रिसर्च की हो तो लोन रिलीज करवाने में मदद मिलती है। रिसर्च के लिए संबंधित क्षेत्र के सीनियर्स से मिलने, यूनिवर्सिटी जाने, बिजनेस वेंचर्स विजिट करने जैसे काम कर सकते हैं।
लोन आवेदन प्रक्रिया
इस तरह के कोर्सेस के लिए लोन आवेदन की प्रक्रिया ठीक दूसरे एजुकेशन लोन की तरह ही है। वोकेशनल कोर्सेस के लिए लोन में कोई उम्र सीमा नहीं है, यदि आवेदक की उम्र 18 साल से कम हो तो लोन के लिए अभिभावक जिम्मेदार होंगे। वोकेशनल एजुकेशन के लिए सेकंडरी या पोस्ट सेकंडरी लेवल पर लोन के लिए आवेदन किया जा सकता है।
लोन के लिए जरूरी योग्यता
आवेदक के लिए 10वीं पास होना, कोर्स और यूनिवर्सिटी का राज्य या केंद्र सरकार से मान्यता प्राप्त होना जरूरी है। इसके अलावा एडमिशन डिटेल्स, मार्कशीट, केवायसी, बैंक अकाउंट स्टेटमेंट, आईटीआर की कॉपी, अन्य किसी तरह का सर्टिफिकेशन कोर्स किया हो तो उसके दस्तावेज भी जमा करें। इन सबसे आपकी विश्वसनीयता बढ़ती है जिससे लोन में फायदा मिल सकता है।
ब्याज दरें और भुगतान
अलग अलग बैंकों की ब्याज दरें 11.75 से 13.50 फीसदी के बीच अलग अलग हैं। ब्याज दरों पर आवेदक के एकेडमिक रिकॉर्ड, अभिभावक की आय, यूनिवर्सिटी की रैंकिंग, रिटर्न की संभावना आदि का असर है। इस तरह के लोन के लिए भुगतान अवधि आमतौर पर एक से चार साल के बीच होती है। भुगतान में नौकरी मिलने के बाद, कोर्स पूरा होने के बाद, कोर्स पीरियड में ब्याज चुकाने जैसे विकल्प शामिल हैं। Education loan