बीजिंग: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बीजिंग में तालिबान शासित अफगानिस्तान के दूत की साख स्वीकार कर ली हैं।
विदेशी मीडिया के मुताबिक, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मंगलवार को एक आधिकारिक समारोह के दौरान अफगान राजदूत मौलवी असदुल्लाह बिलाल करीमी के राजनयिक प्रमाण पत्र प्राप्त किए, जिसके बाद चीन तालिबान राजदूत को अफगानिस्तान के वैध प्रतिनिधि के रूप में मान्यता देने वाला पहला देश बन गया।
2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से मौलवी असदुल्लाह बिलाल करीमी किसी भी देश में अफगानिस्तान के पहले आधिकारिक तौर पर मान्यता प्राप्त राजदूत हैं।
बताते चलें कि मौलवी असदुल्लाह बिलाल करीमी ने इस पद को संभालने के लिए नवंबर 2023 के अंत में चीन का दौरा किया था। जहां उन्होंने चीन के विदेश मंत्रालय के प्रोटोकॉल के प्रमुख होंग ली को अपना परिचय पत्र सौंपा था।
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इस बैठक में हांग ली ने अफगान राजदूत का स्वागत किया और इसे चीन और अफगानिस्तान के बीच संबंधों के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
गौरतलब है कि इससे पहले सितंबर 2023 में तालिबान ने काबुल में चीनी राजदूत के रूप में झाओ शेंग का स्वागत किया था।