एक नए अध्ययन में वैज्ञानिकों ने अंडे खाने और डिमेंशिया के खतरे को कम करने के बीच एक संबंध की तलाश की है।
जनसंख्या की बढ़ती उम्र के साथ अल्जाइमर होने की संभावना के कारण पर शोध के निष्कर्ष बहुत महत्वपूर्ण हैं। शोधकर्ता यह अध्ययन करना जारी रख रहे हैं कि आहार, डिमेंशिया के विकास के जोखिम को कैसे प्रभावित कर सकता है।
अंडा मस्तिष्क के बेहतर स्वास्थ्य के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड डीएचए और ल्यूटिन सहित अन्य लोकप्रिय पोषक तत्व प्रदान करता है।
न्यूट्रिशन जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार अंडे की जर्दी में अधिकांश पोषक तत्व पाए जाते हैं। पूरा अंडा ही कोलीन (choline) का एक समृद्ध स्रोत हैं। यह मस्तिष्क के बेहतर स्वास्थ्य के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड डीएचए और ल्यूटिन सहित अन्य लोकप्रिय पोषक तत्व प्रदान करता है।
अध्ययन के अनुसार, साप्ताहिक अंडे की खपत या प्रति सप्ताह एक से अधिक अंडे खाने पर अल्जाइमर डिमेंशिया का खतरा 47% कम पाया गया है।
इस अध्ययन के दौरान 81.4 वर्ष की औसत आयु वाले 1024 बुजुर्गों को शामिल किया गया। प्रतिभागियों ने अपनी आहार संबंधी आदतों के बारे में स्वयं जानकारी दी और विश्लेषण के हिस्से के रूप में अन्य आहार संबंधी कारकों को ध्यान में रखा गया।
6 से 7 वर्षों की औसत पड़ताल वाली अवधि में, अध्ययन में शामिल 280 प्रतिभागियों (27.3 प्रतिशत) में अल्जाइमर डिमेंशिया डायग्नोस किया गया।
दुनिया भर में डिमेंशिया से करीब 50 मिलियन लोग पीड़ित हैं। अनुमान है कि आबादी की बढ़ती आयु के साथ 2050 तक यह संख्या 152 मिलियन तक पहुँचने की उम्मीद है।
डिमेंशिया का सबसे आम टाइप अल्जाइमर रोग है, जो कुल मामलों का 60 फीसद है। अध्ययनों से पता चला है कि जागरूकता के अलावा तंबाकू, मोटापा, शराब, शारीरिक गतिविधि या आहार जैसे जोखिम कारकों से डिमेंशिया को 40% तक रोका या टाला जा सकता है।