केंद्र में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन(एनडीए) की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देशहित में बुर्का और नकाब पर बैन लगाने की मांग की है.
शिवसेना ने यह मांग तब की है जब प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या में रैली करने वाले हैं. शिवसेना ने ईस्टर के मौके पर हुए श्रीलंका में सीरियल ब्लास्ट के मद्देनजर यह मांग की है कि देश में बुर्के पर बैन लगाया जाए. शिवसेना ने केंद्र सरकार की ट्रिपल तलाक मुद्दे पर तारीफ की लेकिन यह भी अपील की कि बुर्के और नकाब पर बैन लगाए जाएं. बीजेपी ने शिवसेना की इस मांग का विरोध किया है.श्रीलंका विस्फोट के बाद हुई मौत के आकंड़े को बढ़ाकर बताते हुए शिवसेना ने कहा कि इस्लामिक आतंकवाद की वजह से श्रीलंका में 400 लोगों की बलि चढ़ गई.
लिट्टे आतंकवाद से श्रीलंका उबरा तो इस्लामिक आतंकवाद हावी हो गया. साथ ही शिवसेना ने श्रीलंका के साथ भारत के आध्यात्मिक रिश्ते का भी जिक्र किया है.वहीं शिवसेना के बुर्के पर बैन लगाने वाली मांग पर बीजेपी ने आपत्ति जताते हुए विरोध किया है. बीजेपी नेता और प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा ने इस मांग का विरोध करते हुए कहा कि भारत में बुर्के पर बैन की कोई जरूरत नहीं है.शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है, ‘मौजूदा सरकार ने ‘ट्रिपल तलाक’ के खिलाफ कानून बनाकर पीड़ित मुस्लिम महिलाओं का शोषण आदि रोक दिया है.
यह स्वीकार है लेकिन भीषण बम विस्फोट के बाद श्रीलंका में बुर्का और नकाब सहित चेहरा ढंकनेवाली हर चीज पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. हम इस निर्णय का स्वागत कर रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी को भी श्रीलंका के राष्ट्रपति के कदमों पर कदम रखते हुए हिंदुस्तान में भी ‘बुर्का’ और उसी तरह ‘नकाब’ बंदी करें, ऐसी मांग राष्ट्रहित के लिए कर रहे हैं. फ्रांस में भी आतंकवादी हमला होते ही वहां की सरकार ने बुर्का पर बैन लगाया. न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन में भी यही हुआ. फिर इस बारे में हिंदुस्तान पीछे क्यों?’