लंदन: एक ब्रिटिश स्टार्ट-अप द्वारा तीव्र चट्टान अपक्षय (ईआरडब्ल्यू) की प्रक्रिया को तेज करने के लिए प्रोटीन पाउडर का उपयोग करके एक नई विधि विकसित की गई है। वैज्ञानिकों का यह कदम कार्बन आसवन के उभरते उद्योग के लिए अच्छा संकेत हो सकता है।
उन्नत रॉक अपक्षय (intense rock weathering) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कार्बन को अलग करने के लिए सिलिकेट मिट्टी को खेतों में फैलाया जाता है। जब बारिश होती है, तो रेत बारिश की बूंदों में मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड के साथ प्रतिक्रिया करती है और कार्बोनेट के रूप में चट्टानों में स्थायी रूप से जमा हो जाती है।
अन्य तरीकों की तुलना में यह सरल तकनीक पिछले कुछ वर्षों में सामने आई है और इसे मेटा, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों द्वारा वित्त पोषित किया जा रहा है। हालाँकि इस तकनीक के साथ कुछ ऐसे मुद्दे भी हैं जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
FabricNano is using protein powder to speed up enhanced rock weathering, a type of carbon capture technologyhttps://t.co/hM7moautR1
— TNW (@thenextweb) May 7, 2024
इनमें से एक समस्या यह है कि ईआरडब्ल्यू को वायुमंडल से कार्बन को अलग करने में दशकों लग सकते हैं। अल्ट्रा-फाइन रेत का उपयोग करके प्रक्रिया को तेज किया जा सकता है लेकिन बड़े पैमाने पर उत्पादन बेहद मुश्किल है।
ऐसे में इस समस्या से निपटने के लिए लंदन स्थित स्टार्ट-अप फैब्रिक नैनो ने एक नया तरीका खोजा है। फैब्रिक नैनो ने पाया कि कुचली हुई बेसाल्ट चट्टान पर प्रोटीन पाउडर छिड़कने से कार्बन आसवन प्रक्रिया तेज हो सकती है। यह विधि दशकों से लेकर कुछ वर्षों तक चल सकती है।
फैब्रिक नैनो के संस्थापक ग्रांट आरोन्स ने कहा कि ये प्रोटीन मिट्टी में कार्बन बनाए रखने के लिए प्राकृतिक रूप से कार्य करते हैं। ये प्रोटीन दुनिया भर की मिट्टी में प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।