मिनेसोटा के वैज्ञानिकों ने एक नए प्रकार का ईंधन सेल बनाया है जो मिट्टी से असीमित मात्रा में बिजली पैदा कर सकता है।
अमरीका में नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी की एक टीम के अनुसार, किताब के आकार की इस इकाई का उपयोग कृषि में उपयोग किए जाने वाले सेंसर को पावर देने के लिए किया जा सकता है।
यह तकनीक जहरीली और ज्वलनशील बैटरियों के लिए एक टिकाऊ और नवीकरणीय विकल्प प्रदान कर सकती है, जो मिट्टी में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले बैक्टीरिया से बिजली पैदा करके काम करेगी।
यूनिवर्सिटी में सिविल और पर्यावरण इंजीनियरिंग के एसोसिएट प्रोफेसर जॉर्ज वेल्स के अनुसार, ये बैक्टीरिया सर्वव्यापी हैं, ये मिट्टी में हर जगह रहते हैं। हम किसी भी सरल इंजीनियर प्रणाली का उपयोग करके बिजली प्राप्त कर सकते हैं।
Scientists claim this soil-powered fuel cell can virtually run for ever as it powers soil sensors and other devices.#GreenEnergy #science #news https://t.co/5N1GvIbknG
— IE Science (@iexpressscience) January 17, 2024
इस बिजली की आपूर्ति शहर में नहीं की जा सकती, लेकिन प्राप्त बिजली की थोड़ी मात्रा से कम बिजली वाले आइटम चलाए जा सकते हैं।
माइक्रोबियल ईंधन सेल (एमएफसी) 113 साल पुरानी तकनीक पर आधारित है जिसे पहली बार ब्रिटिश वनस्पतिशास्त्री माइकल क्रिस पॉटर ने विकसित किया था। माइकल सूक्ष्म जीवों से सफलतापूर्वक बिजली उत्पन्न करने वाले पहले व्यक्ति थे।
वैज्ञानिकों ने मिट्टी की नमी को मापने और स्पर्श का पता लगाने वाले पावर सेंसरों द्वारा शुष्क और नमी वाली दोनों स्थितियों में नवीनतम ईंधन सेल का परीक्षण किया। ईंधन सेल ने समान प्रौद्योगिकी की तुलना में 120 प्रतिशत बेहतर परिणाम प्रदान किए।