किसानों का क़ाफ़िला आज एक बार फिर से दिल्ली की तरफ कूच कर रहा है। ये किसान अपनी मांगों को लेकर देश की राजधानी में प्रदर्शन के लिए जमा हो रहे हैं। किसानों ने संसद का घेराव करने का ऐलान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आज हज़ारों की संख्या में किसान संसद भवन की ओर कूच करेंगे।
आज 10 किसान संगठन दिल्ली कूच करने को तैयार हैं। इन किसानों ने संसद का घेराव करने का ऐलान किया है। बीते दिन संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं और डीएम, पुलिस कमिश्नर, नोएडा, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के सीईओ और यमुना अथॉरिटी के सीईओ के साथ हुई मीटिंग विफल रही।
प्रदर्शन कर रहे किसान नए कानूनों के अनुसार अपने मुआवजे और लाभ की मांग करने के लिए जमा हो रहे हैं। आज के प्रदर्शन के हवाले से बीकेपी यानी भारतीय किसान परिषद के नेता सुखबीर खलीफा का कहना है कि किसान दिल्ली की ओर मार्च के लिए तैयार हैं। यह मार्च नोएडा में महा माया फ्लाईओवर के नीचे से शुरू होगा और दोपहर तक वहां पहुंच जाएंगे। अनुमान है कि इस प्रदर्शन में करीब 45 हज़ार किसान जमा हो रहे हैं।
किसानों के मार्च को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस द्वारा डायवर्जन प्लान बनाया गया है। अधिकारियों के मुताबिक़, इस डायवर्जन को ज़रूरत के हिसाब से प्रभावी किया जाएगा।
किसान अपनी जिन मांगों को लेकर आगे बढ़ रहे हैं, वह इस तरह हैं-
- पुराने भूमि अधिग्रहण कानून के तहत प्रभावित किसानों को 10 प्रतिशत प्लॉट और 64.7 प्रतिशत बढ़ा हुआ मुआवजा मिले।
- पहली जनवरी 2014 के बाद अधिग्रहित भूमि पर बाजार दर का चार गुना मुआवजा और 20 प्रतिशत प्लॉट दिया जाए।
- सभी भूमिधर और भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार और पुनर्वास लाभ मिले।
- हाई पावर कमेटी द्वारा पास किए गए मुद्दों पर सरकारी आदेश जारी किया जाए।
- आबादी क्षेत्र का उचित निस्तारण किया जाए।