एपल को भारत की मार्केट खूब रास आई। यहाँ कम्पनी का बिजनेस काफी तेजी से बढ़ा। इस वित्त वर्ष में कंपनी का राजस्व 49,32 करोड़ का रहा। भारत में बीते 5 वर्षों में एपल की यह सबसे तेज ग्रोथ भी बताई जा रही है।
भारत में एपल की बीते 5 वर्षों में यह सबसे तेज ग्रोथ बताई जा रही है। कंपनी को कॉस्ट रिडक्शन के चलते इन डिवाइसेस पर बेहतर प्रॉफिट मार्जिन मिला है।
राजस्व में इस बढ़ोत्तरी का श्रेय कंपनी की प्रोडक्ट सेल में होने वाली 48 फीसद बढ़ोतरी के चलते हुआ है। इस बीच कम्पनी का नेट प्रॉफिट 76 फीसद बढ़ने के साथ ही ये राशि भी 2,229 करोड़ पहुँच गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ कंपनी की रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज फाइलिंग से मिली जानकारी में ये खुलासा भी होता है कि कॉस्ट रिडक्शन के चलते भी इसमें बढ़ोतरी देखने को मिली है।
एपल इंडिया का रेवेन्यू ₹49,321 करोड़ हुआ: वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 76% बढ़कर ₹2,229 करोड़ हुआ#Apple #NetProfit https://t.co/v4vNXY8FPV pic.twitter.com/yLVTwxr77C
— Dainik Bhaskar (@DainikBhaskar) October 30, 2023
रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज फाइलिंग के अनुसार, एपल इंडिया के रेवेन्यू का 94.6% हिस्सा प्रोडक्ट सेल का होता है, जबकि 5.4% का योगदान मेंटेनेंस और सर्विसेज की बदौलत होता है।
रिपोर्ट से मिली एक अन्य जानकारी से यह भी पता चलता है कि भारत में एपल ने अपने प्रोडक्ट्स की लोकल असेंबलिंग बढ़ाई ज़रूर है, लेकिन अभी भी उसके उत्पादों के पार्ट का बड़ा हिस्सा बाहर से ही आयात किया जा रहा हैं। इस बीच कम्पनी का फॉरेन एक्सचेंज आउटफ्लो 2% बढ़कर ₹18,140 हो गया है।
भारत में टाटा ग्रुप बनाएगा आईफोन
➡️विस्ट्रॉन के साथ टाटा की 1,000 करोड़ में डील हुई फाइनल
➡️इलेक्ट्रॉनिक्स और टेक्नोलॉजी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने दी जानकारी#Apple #iPhone #TataGroup pic.twitter.com/YN4iJhcRd0
— Jantantra Tv (@JantantraTv) October 27, 2023
गौरतलब है कि इस बीच ये खबर भी खूब सुर्खियां बटोर रही है कि अब टाटा ग्रुप भारत में आईफोन बनाएगा। एपल की सप्लायर विस्ट्रॉन की फैक्ट्री के अधिग्रहण की डील शुक्रवार को फाइनल हो गई। सूचना एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर के मुताबिक़ ढाई साल के भीतर आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग शुरू हो जाएगी।