इलिनोइस: ‘साइलेंट किलर’ के रूप में जाना जाने वाला उच्च कोलेस्ट्रॉल हमारे हृदय रोग और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाता है। इन नुकसानों को रोकने के लिए शरीर में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न तरीकों का उपयोग किया जाता है। हालांकि एक नए अध्ययन में पाया गया है कि सोयाबीन का प्रयोग इस समस्या से काफी हद तक बचने में कारगर है।
कई विटामिन और खनिजों से भरपूर सोयाबीन में स्ट्रोक और अन्य हृदय संबंधी समस्याओं के जोखिम को कम करने की खूबी है।
जर्नल एंटीऑक्सिडेंट्स में प्रकाशित शोध के अनुसार बी-कॉन्ग्लिसिनिन प्रोटीन से भरपूर सोया आटे के सेवन से खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद निलती है।
अध्ययन में शोधकर्ताओं की टीम ने पाया कि सोया के सेवन से कोलेस्ट्रॉल और अन्य वसा का स्तर 70 प्रतिशत तक कम हो गया।
इसके अलावा सोया अन्य मेटाबोलिक रोगों जैसे फैटी लीवर और एथेरोस्क्लेरोसिस (जिसमें रक्त वाहिकाओं में फैटी जमा होता है) के जोखिम को भी कम करता है।
इलिनोइस अर्बाना विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर और अध्ययन के लेखक अलविरा डी मेजिया ने कहा कि कोलेस्ट्रॉल के चयापचय पर सोयाबीन के प्रभाव न केवल प्रोटीन की मात्रा से संबंधित हैं, बल्कि इसमें मौजूद पेप्टाइड्स से भी संबंधित हैं जो पाचन के दौरान जारी होते हैं।
उन्होंने कहा कि पचे हुए सोयाबीन के पेप्टाइड्स में वसा को 50 से 70 प्रतिशत तक कम करने की क्षमता होती है, और यह बहुत महत्वपूर्ण है।