लोकसभा चुनाव के लिए एनडीए में सीटों को चिह्नित करने का काम अंतिम दौर में है। तय फार्मूले के अनुसार जदयू-भाजपा 17-17 और लोजपा छह सीटों में कौन सी सीट पर चुनाव लड़ेगी, इसकी औपचारिक घोषणा अगले सप्ताह किसी भी दिन हो सकती है। जदयू-भाजपा के आरसीपी सिंह व भूपेन्द्र यादव के बीच लगातार बातचीत कर रहे हैं।
सीटों की औपचारिक घोषणा के सवाल पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि जल्द ही एनडीए ऐलान करेगा। आला नेताओं के अनुसार बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से तीन दर्जन की तस्वीर साफ हो चुकी है। दो-चार सीटों का मामला फंसा है जो आज-कल में सुलझ जाएगा। सीटों को चिह्नित करने की रणनीति में एनडीए इस पर विशेष फोकस कर रहा है कि ऐसे उम्मीदवार उतारे जाएं कि जीत की राह और आसान हो जाए।
सीटों के चयन में तीनों दल परम्परागत सीटों के साथ ही जिताऊ उम्मीदवार उतारने की नीति पर काम कर रहे हैं। ऐसे में संभव है कि जब सीटों की औपचारिक घोषणा हो तो परम्परागत तौर पर जीतने वाली पार्टी वहां चुनाव नहीं लड़े। चौंकाने वाले निर्णय भी हो सकते हैं। सीटों के चयन में जातिगत समीकरण भी साधने की पूरी कोशिश है। सभी प्रमंडलों में जदयू-भाजपा की उपस्थिति हो, इस पर भी काम हो रहा है। चर्चा के अनुसार लोजपा का अभी खगड़िया पर कब्जा है पर भाजपा इस पर दावेदारी जता रही है। लोजपा को अररिया देने पर विमर्श चल रहा है।
नवादा में अभी भाजपा है पर लोजपा यहां दावेदारी जता रही है। आरा या औरंगाबाद में से कोई एक जदयू चाह रहा है तो सासाराम व गोपालगंज में से कोई एक पर भी जदयू की दावेदारी है। पटनासाहिब और पाटलिपुत्र में से एक पर जदयू दावा ठोक रहा है।