नई दिल्ली। भारतीय टेनिस खिलाड़ी रामकुमार रामनाथन अपना पहला एटीपी विश्व टूर खिताब जीतने और इतिहास रचने से चूकने के बाद भी निराश नहीं है। रामकुमार 7 वर्ष में एटीपी विश्व टूर के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय हैं। अमेरिका के न्यूपोर्ट में खेले गए हाल ऑफ फेम ओपन के फाइनल में वे स्थानीय खिलाड़ी स्टीवन जानसन से हारकर एटीपी विश्व टूर एकल स्पर्धा में भारत के 20 साल के सूखे को खत्म नहीं कर सके।
इससे पहले लिएंडर पेस ने 1998 में इसी खिताब को जीता था। रामकुमार से पहले सोमदेव देववर्मन एटीपी विश्व टूर प्रतियोगिता के एकल फाइनल में पहुंचे थे। सोमदेव 2011 में जोहानिसबर्ग में केविन एंडरसन से हार गये थे। रामकुमार ने न्यूपोर्ट से पीटीआई से कहा कि मैं फाइनल में जीत नहीं दर्ज कर पाने से निराश हूं लेकिन यहां तक पहुंचना मुश्किल था।
मैं चूक गया। मैं मैच की रिकाॄडग देखूंगा कि कहां गलती हुई लेकिन यह सीखने का अच्छा अनुभव रहा। मैं इससे साकारात्मक चीजें लूंगा। इस टूर्नामेंट में आने से पहले रामकुमार अच्छी फार्म में नहीं थे और लगातार चार हार झेलकर यहां पहुंचे थे। उन्होंने हालांकि टूर्नामेंट में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
उन्होंने कहा कि यहां आने से पहले मैंने कुछ मुश्किल भरे दिन देखे हैं लेकिन मैं ज्यादा शांत और एकाग्र होने की कोशिश कर रहा था। मैं रोज योग करता हूं और ध्यान लगाता हूं इससे मुझे मुश्किल हालात में एकाग्रता बनाये रखने में मदद मिलती है। पिछले साल दुनिया के आठवें नंबर के खिलाड़ी डोमिनिक थीम को हराने वाले रामानाथन ने कहा कि उस जीत से एक खिलाड़ी के तौर पर उन्हें काफी फायदा हुआ।
उन्होंने कहा कि शीर्ष 10 रैंकिंग में शामिल थीम को हराना आसान नहीं था। उस जीत से मेरा आत्मविश्वास बढ़ा कि मैं किसी के खिलाफ अच्छा खेल सकता हूं। टूर्नामेंट में उपविजेता रहने के बाद भी वह अपनी सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग 115 तक पहुंच गए हैं जिसका मतलब यह हुआ की उन्हें यूएस ओपन के मुख्य ड्रा में भी जगह मिलने की संभावना है।
अगर ऐसा नहीं हुआ तो क्वालीफायर्स के जरीये भी उनके पास मौका होगा। रामकुमार ने हालांकि एशियाई खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने की हामी भर दी है जिसकी तिथि यूएस ओपन से टकरा रहीं है। उन्होंने कहा कि भारत के लिए खेलना भी जरूरी है। यह सिर्फ एक सप्ताह की बात है। यह प्रतिष्ठित और बड़ा मौका है। मैं भारत को पदक दिलाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ करूंगा।