काठमांडू। नेपाल में जारी भीषण बाढ़, भूस्खलन और बारिश के चलते पिछले चार दिनों में 100 लोगों की मौत होने की बात कही जा रही है। हालांकि सरकारी आंकड़े के मुताबिक इस प्राकृतिक आपदा में 66 लोगों की मौत हुई है, जबकि 15 लोग लापता हैं। इसके अलावा कम से कम 31 लोग घायल हुए हैं।
भारी बारिश के चलते नेपाल की घरेलू उड़ाने भी प्रभावित हो रही हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर फिलहाल इसका असर नहीं पड़ा है। गृह मंत्रालय के अनुसार नेपाल के 75 जिलों में से 11 से ज्यादा जिले बाढ़ से प्रभावित हैं।
नेपाल के तराई मधेस लोकतांत्रिक पार्टी ने बाढ़ प्रभावित मधेस के जिले में सरकार की ओर से राहत नहीं पहुंचाए जाने का आरोप लगाया है। पार्टी अध्यक्ष महंत ठाकुर ने एक बयान जारी कर कहा कि सरकार मधेस के जिले में बाढ़ के बाद स्थानीय लोगों को उचित राहत नही पहुंचा रही है। दूसरी ओर भीषण बाढ़ और भूस्खलन की चपेट में आए नेपाल को भारत हर तरह की मदद देने को तैयार है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि नेपाल की ओर से अपील किए जाने पर भारत उसको हर तरह की सहायता उपलब्ध कराने को तैयार है।
उन्होंने नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन की वजह से मची तबाही पर भी गहरा शोक जताया। इस प्राकृतिक आपदा में 100 से ज्यादा लोगों की मौत होने और हजारों लोगों के विस्थापित होने की बात कही जा रही है। वहीं, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने नेपाल में मौजूदा राजनीतिक हालात को पूरी तरह से आंतरिक मामला करार दिया।