त्वचा को गोरा करने वाले प्रोडक्ट में संभावित रूप से हानिकारक तत्व होते हैं, जो कई उपभोक्ताओं के लिए चिंता का विषय है।
मेकअप के लिए स्किन प्रोडक्ट का उपयोग करते करने से पहले त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श करना महत्वपूर्ण है, खासकर अगर इसमें हाइड्रोक्विनोन या स्टेरॉयड जैसे तत्व शामिल हों।
हालाँकि सभी त्वचा साफ़ करने वाले उत्पादों में हानिकारक पदार्थ नहीं होते हैं, लेकिन कई में ऐसे तत्व हो सकते हैं जो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इसके कुछ उदाहरण निम्नलिखित हैं:
हाइड्रोक्विनोन: यह त्वचा की सफाई करने वाले उत्पादों में एक सामान्य घटक है जो त्वचा में मेलेनिन के उत्पादन को रोकता है। मेलेनिन एक प्राकृतिक पदार्थ है जो स्किन कलर के लिए ज़िम्मेदार होता है। हाइड्रोक्विनोन (Hydroquinone) के इस्तेमाल को कई प्रतिकूल प्रभावों से जोड़ा गया है जैसे त्वचा में जलन, लाल हो जाना या फिर इससे स्किन कैंसर का भी ख़तरा हो सकता है।
पारा: कुछ उत्पादों में पारा (Mercury) या इसके व्युत्पन्न पदार्थ हो सकते हैं, जैसे मरक्यूरिक क्लोराइड या अमोनियायुक्त पारा। पारा बेहद नुकसानदेह होने के कारण न सिर्फ गुर्दे न्यूरो सिस्टम को प्रभावित करा है बल्कि इसके प्रयोग से त्वचा का रंग खराब होने का खतरा भी होता है।
स्टेरॉयड: कुछ त्वचा को गोरा करने वाले उत्पादों में हाइड्रोकार्टिसोन, बीटामेथासोन या क्लोबेटासोल प्रोपियोनेट जैसे स्टेरॉयड होते हैं। इन स्टेरॉयड के लंबे समय तक उपयोग से त्वचा का पतला होना, मुँहासे, बालों का बढ़ना और शरीर की आंतरिक प्रणाली पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
सीसा: सीसा एक भारी धातु है जो त्वचा को गोरा करने वाले उत्पादों में पाया जा सकता है। इस धातु के संपर्क में आने से तंत्रिका क्षति, विकास संबंधी और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
ट्रेटीनोइन: यह विटामिन ए का एक रूप है जिसे कभी-कभी त्वचा उत्पादों में जोड़ा जाता है। यद्यपि यह कुछ त्वचा स्थितियों के उपचार में प्रभावी हो सकता है, इसका उपयोग केवल चिकित्सकीय देखरेख में ही किया जाना चाहिए क्योंकि इसके संभावित प्रतिकूल प्रभावों में त्वचा में जलन, लाल होना और सूरज की रौशनी के प्रति संवेदनशीलता शामिल हैं।
गौरतलब है कि मेकअप के लिए स्किन प्रोडक्ट का उपयोग करते समय सावधानी बरती जानी चाहिए और किसी भी उत्पाद का उपयोग करने से पहले एक पेशेवर त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श करना महत्वपूर्ण है, खासकर अगर इसमें हाइड्रोक्विनोन या स्टेरॉयड जैसे तत्व शामिल हों।