डलास: एक दिन में अतिरिक्त 500 कदम चलने से 70 साल की उम्र के लोगों में दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा काफी कम हो जाता है। इस बात का खुलासा एक अध्यन में सामने आया है।
हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि जो लोग प्रतिदिन आधा किलोमीटर से अधिक पैदल चलते हैं, उनमें हृदय की समस्याओं में 14 फीसद की कमी आती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि शोध के निष्कर्ष बताते हैं कि फिटनेस ट्रैकर पर प्राप्त करने योग्य लक्ष्य निर्धारित करना बुढ़ापे में अच्छे स्वास्थ्य के लिए मददगार हो सकता है।
शोधकर्ताओं ने कहा कि कई अध्ययनों में युवाओं से लेकर मध्यम आयु वर्ग के लोगों को देखा गया है, जिनका लक्ष्य प्रति दिन 10,000 या उससे अधिक कदम चलना था।
शोधकर्ताओं ने 78 साल की औसत उम्र वाले 15,792 लोगों पर अध्ययन किया। उनका उद्देश्य इन बुजुर्ग लोगों द्वारा उठाए गए दैनिक कदमों के स्वास्थ्य प्रभावों को देखना था।
वैज्ञानिकों ने अध्ययन में 450 से अधिक लोगों के डेटा का विश्लेषण किया। इन व्यक्तियों ने प्रत्येक दिन चलने वाले कदमों की संख्या की गणना करने के लिए पैडोमीटर जैसे उपकरण का उपयोग किया।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन सम्मेलन में प्रस्तुत निष्कर्षों के अनुसार, उठाए गए प्रत्येक 500 अतिरिक्त कदम हृदय रोग में 14 प्रतिशत की कमी से जुड़े थे।
इन उपकरणों को तीन या अधिक दिनों के लिए 10 या अधिक घंटों के लिए पहना जाता है। इस दौरान रोजाना करीब 3500 कदम गिने जाते थे।
अध्ययन में पाया गया कि जो लोग लगभग 4,500 कदम चले उनमें दिल का दौरा या स्ट्रोक होने की संभावना 77 प्रतिशत कम थी। जबकि इन लोगों में हृदय संबंधी घटनाओं की संभावना 3.5 फीसदी तक थी। दूसरी ओर जो लोग 2,000 से कम कदम चले, उनके पास इन घटनाओं का 12 प्रतिशत मौका था।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन सम्मेलन में प्रस्तुत निष्कर्षों के अनुसार, उठाए गए प्रत्येक 500 अतिरिक्त कदम हृदय रोग में 14 प्रतिशत की कमी से जुड़े थे।