देश के सबसे प्रतिष्ठित जेईई एडवांस परीक्षा में 98.61 प्रतिशत नंबर लाने वाले वेद लाहोटी ने इतिहास रच दिया। वेद पहली बार में ही ऑल इंडिया टॉपर बन गए हैं।
बीबीसी को दिए इंटरव्यू में वेद बताते हैं कि उन्हें बचपन से ही कंप्यूटर और कोडिंग में दिलचस्पी रही है। वेद अपनी आगे की पढ़ाई मुंबई आईआईटी से कंप्यूटर में जारी रखना चाहते हैं।
वेद लाहोटी ने जेईई की परीक्षा में 98.61 प्रतिशत अंक प्राप्त किये हैं। उन्हें कुल 360 अंकों में 355 प्राप्तांक मिले हैं। अंकों का ब्यौरा देते हुए वेद बताते हैं कि उनके परिणाम में पाँच नंबर कहाँ कम हुए- इसमें फिजिक्स में दो और मैथ में तीन नंबर कम हैं।
वेद नहीं चाहते थे कि सवाल गलत होने पर उन्हें माइनस मार्किंग के साथ बड़ा नुकसान उठाना पड़े इसलिए उन्होंने रिस्क न लेना ही मुनासिब समझा।
इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम जेईई एडवांस 2024 के परिणाम में इंदौर के वेद लाहोटी ने सबसे बड़ा स्कोर हासिल कर देशभर में टॉप किया है। वेद ने जेईई-एडवांस्ड में 360 में से 352 अंक लाकर आल इंडिया रैंक-वन हासिल की है।
गौरतलब है कि इससे पहले सबसे ज़्यादा अंक का रिकॉर्ड बनाने वाले मुंबई ज़ोन के चिराग फेलार ने 2020 की परीक्षा में 352 अंक प्राप्त किए थे।
अपनी तैयारी के बारे में वेद का कहना है कि पढ़ाई को लेकर आप में ज़िद होनी चाहिए। इस ज़िद को आगे बढ़ने का माध्यम बताने वाले वेद के मुताबिक़ टॉपर बनने के लिए सपना और मोटिवेशन दोनों ही ज़रूरी है।
वेद के पिता योगेश लाहोटी इंदौर की एक कंपनी में मैनेजर हैं। अपने बेटे की उपलब्धि पर बेहद खुश उनके पिता का मानना है कि इस परिणाम को रिपीट करना आसान नहीं।
वेद की हर एक्टिविटी पर बारीक नज़र रखने वाली और समय समय पर उन्हें मोटिवेट करने वाली उनकी माँ जया लाहोटी कहती हैं कि जेईई एडवांस परीक्षा के इतिहास का सबसे अच्छा परिणाम अपना बच्चा लाए तो कौन माँ ख़ुश नहीं होगी?
अपने भविष्य के बारे में वेद का कहना है कि अब वह मुंबई आईआईटी से कंप्यूटर साइंस में एडमिशन लेंगे। उनका कहना है कि भारत ही मेरी कर्मभूमि है इसलिए भविष्य में उनका विदेश जाने का कोई इरादा नहीं है।