संयुक्त राष्ट्र ने मई में अफगानिस्तान से हटने की चेतावनी जारी की है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अफगान संयुक्त राष्ट्र महिला कर्मचारी वर्क परमिट नहीं मिलने पर मई में अफगानिस्तान छोड़ देंगी। अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन की निरंतरता की समीक्षा अवधि 5 मई को समाप्त हो रही है।
गौरतलब है कि तालिबान ने संयुक्त राष्ट्र की अफगान महिला कार्यकर्ताओं को अफगानिस्तान में काम करने से रोक दिया है।संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि अफगानिस्तान में महिलाओं के काम करने पर प्रतिबंध लगाने से आर्थिक संकट और गहराएगा।
संयुक्त राष्ट्र के अफगान प्रतिनिधि ने पिछले सप्ताह अफगानिस्तान में मिशन की निरंतरता की समीक्षा की घोषणा की। अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन की निरंतरता की समीक्षा अवधि 5 मई को समाप्त हो रही है।
Afghanistan: Restrictions on women’s rights to work and education could result in a reduction in humanitarian aid, leading to severe economic consequences, warns @UNDP. https://t.co/IR70oGNBGf
— United Nations (@UN) April 19, 2023
अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के स्थानीय कर्मचारियों में 600 महिलाओं सहित 3,300 लोग शामिल हैं। तालिबान ने संयुक्त राष्ट्र की अफगान महिला कार्यकर्ताओं को अफगानिस्तान में काम करने से रोक दिया है।
अंतर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसी के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र की महिला कर्मचारियों को महिलाओं के काम करने पर तालिबान के प्रतिबंध से छूट दी गई थी।
संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र मिशन के सभी कर्मचारियों को 48 घंटे तक काम पर नहीं आने का निर्देश दिया गया है।
संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने कहा कि अफगान कर्मचारियों को सुरक्षा चिंताओं के कारण काम पर नहीं आने का निर्देश दिया गया है।
दूसरी ओर इस सम्बन्ध में न्यूज एजेंसी का कहना है कि तालिबान के अधिकारियों ने अभी तक इस खबर पर कोई टिप्पणी नहीं की है।