लखनऊ:- बैंडिट क्वीन से संसद बनी फूलन देवी के पति उम्मेद सिंह ने मंगलवार को एक बार फिर कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया. साल 2014 के चुनाव से ठीक पहले उम्मेद ने बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया था. Umed singh
उम्मेद कहते हैं उनकी घर वापसी हुई है.
यूपी विधानसभा चुनावों के पहले कांग्रेस नेता ऑस्कर फर्नांडिस की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हो गए.
पार्टी में उनका स्वागत करते हुए ऑस्कर फर्नांडिस ने कहा कि उनके शामिल होने से यूपी चुनाव में पार्टी को फायदा होगा.
फूलन को बीहड़ से निकालकर राजनीति में लाने का काम सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने किया था.
फरवरी1994 में मुलायम सिंह ने बतौर मुख्यमंत्री उन पर चल रहे सभी मुकदमे वापस लिए और राजनीति में ले आए. जेल के बाहर आने के चार महीने बाद उम्मेद सिंह ने फूलन से शादी की थी.
मुलायम सिंह ने यूपी की मिर्जापुर सीट से फूलन को टिकट देकर संसद तक पहुंचाया, लेकिन 26 जुलाई 2000 को शेर सिंह राणा ने फूलन की घर से बाहर आते हुए हत्या कर दी.
फूलन की हत्या के बाद उम्मेद सिंह ने भी खुद को राजनीति से जोड़ लिया. कांग्रेस ने 2004 में उन्हें बस्ती संसदीय सीट से टिकट दिया, लेकिन करीब तीन लाख वोट पाकर भी वे संसद नहीं पहुंच सके.
साल 2007 में कांग्रेस ने अकबरपुर से टिकट दिया, लेकिन उम्मेद फिर हारे. साल 2009 में उम्मेद ने सुरक्षित सीट शाहजहांपुर से फिर चुनाव लड़ा, लेकिन सफलता नहीं मिली.
साल 2014 का लोकसभा चुनाव उम्मेद ने शाहजहांपुर से ही लड़ा, लेकिन बसपा के झंडे के साथ. उम्मेद कहते हैं, ‘मैं बसपा में इसलिए गया था कि दबे-शोषित लोगों के लिए जिस तरह फूलन लड़ती थीं वैसा ही मैं मायावती के लिए भी समझता था,
लेकिन पार्टी में जाने पर साफ हुआ कि सभी धर्म और जातियों के लिए वहां एक जैसा बर्ताव नहीं है. पैसे से टिकट की बात पर उम्मेद कहते हैं कि 2014 में उनसे पैसे नहीं मांगे गए थे. हालांकि उन्होंने कहा कि कई सहयोगियों से उन्होंने यह सुना कि टिकट के पैसे मांगे जाते हैं.