ब्रिस्टल में किया गया एक अध्ययन बताता है कि पांच में से एक वयस्क फैटी लीवर रोग से पीड़ित है। इस रोग का विस्तार कम उम्र लोगों में तेज़ी से हो रहा है।
फैटी लीवर का मुख्य कारण मोटापा और शराब का सेवन होता है। आमतौर पर 40 से 60 वर्ष की आयु के लोगों पर इसका ज़्यादा प्रभाव पड़ता है।
शोध के दौरान यह देखने में आया कि इस रोग का विस्तार कम उम्र लोगों में तेज़ी से हो रहा है। एक अध्ययन में 24 साल के 40,000 बच्चों पर किए गए शोध में पाया गया कि 5 में से 1 लोग इस बीमारी से पीड़ित है।
Fatty liver disease affecting one in five young adults, study shows https://t.co/YU0ZAp6fy5
— BBC News (World) (@BBCWorld) April 17, 2024
ब्रिटिश शोधकर्ताओं ने इस शोध के दौरान ब्रिस्टल में ’90 के दशक के बच्चे’ परियोजना के डेटा का उपयोग किया, जिसमें 1991 और 1992 के बीच पैदा हुए हजारों बच्चों का विश्लेषण किया गया।
नतीजों में पाया गया कि जब शराब का सेवन और मोटापा एक साथ मौजूद होते हैं, तो वे लीवर को अधिक नुकसान पहुंचाते हैं। यह लीवर से संबंधित मौतों में तेजी से वृद्धि के लिए भी जिम्मेदार है।
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि 17 साल की उम्र तक, 40 प्रतिभागियों में से एक को फैटी लीवर रोग था, जबकि 24 साल की उम्र तक, पांच युवा वयस्कों में से एक को यह बीमारी थी।इसके अलावा हर 40 में से एक महिला इस बीमारी की गंभीर स्थिति से पीड़ित थी।
शोधकर्ताओं की टीम ने कहा कि युवा लोगों में फैटी लीवर रोग से निपटने के लिए शराब और मोटापे से जुड़े नुकसान को कम करना ज़रूरी है। इस सम्बन्ध में उनका यह भी कहना है कि लक्ष्य निर्धारित करके तत्काल कार्रवाई किये जाने की भी सख्त ज़रुरत है।