शिवसेना के मुख पत्र सामना ने लिखा है पश्चिम बंगाल का विधानसभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है और इसके साथ ही यहां के सियासी माहौल में कड़वाहट बढ़ती जा रही है। बीजेपी बंगाल चुनाव किसी भी कीमत पर जीतना चाहती है, चाहे इसके लिए उसे कितना ही बवाल क्यों न बढ़ाना पड़े।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की गाड़ी पर चले पत्थर के बहाने केंद्र सरकार ने प. बंगाल की चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी को दिल्ली तलब किया है। पर ममता बनर्जी ने भी अपनी आस्तीनें चढ़ा ली हैं। उन्होंने दोनों को दिल्ली भेजने से मना कर दिया। उधर नड्डा एपिसोड के बाद अब खुद केंद्रीय गृहमंत्री नड़ने के मूड में हैं और अब आगामी १९-२० को उनके प. बंगाल आने की खबर है।
दरअसल, बीजेपी किसी भी तरह येन केन प्रकारेण प. बंगाल की सत्ता हिलाना चाहती है। इसके लिए वह किसी भी स्तर पर जाने को तैयार है।
बता दें कि प. बंगाल सरकार और केंद्र सरकार के बीच लड़ाई दिनों-दिन तेज होती जा रही है। नड्डा के काफिले पर हमले के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को दिल्ली तलब किया है। लेकिन अब ममता सरकार ने अपने अफसरों को दिल्ली भेजने से साफ मना कर दिया है। सरकार ने कहा है कि पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी १४ दिसंबर को दिल्ली नहीं जाएंगे।
इधर, मुख्य सचिव और डीजीपी को तलब किए जाने पर टीएमसी ने कल शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय पर हमला बोला और कहा कि वह ऐसी स्थिति उत्पन्न करने की कोशिश कर रहा है, जहां केंद्र सरकार राज्य से संबंधित मामलों में हस्तक्षेप कर सके। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सांसदों सौगत रॉय तथा कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि नड्डा के काफिले में ‘दोषी अपराधी’ और गुंडे थे तथा हिंसा भड़काने के गलत इरादे से उनके पास हथियार थे।
बनर्जी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगने के लिए केंद्र सरकार पत्र भेजकर जो काम कर रही है, वह असंवैधनिक है।
गृह मंत्रालय का मुख्य सचिव और डीजीपी को तलब करना अस्वीकार्य है।’ उन्होंने कहा, ‘भाजपा और केंद्र सरकार द्वारा ऐसी स्थिति उत्पन्न करने का प्रयास किया जा रहा है, जहां वे संघीय ढांचे में हस्तक्षेप कर सकें।’ बनर्जी ने कहा कि बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के भड़काऊ भाषणों से माहौल खराब हो रहा है।
बनर्जी ने दावा किया कि नड्डा के साथ ‘दोषी अपराधी’ तथा भाजपा से जुड़े सशस्त्र लोग थे। पश्चिम बंगाल में नड्डा के काफिले पर तृणमूल कांग्रेस के कथित कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार की सुबह उस समय हमला किया था जब वह भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करने डायमंड हार्बर जा रहे थे।
नड्डा के काफिले पर हमले को लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ से रिपोर्ट मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर स्पष्टीकरण देने के लिए पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को तलब किया है।