लखनऊ: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में मार्च की गर्मी ने मई का एहसास दिला दिया है। प्रदेश में इस हफ्ते तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, वहीं उत्तराखंड में गर्मी से बेहाल लोगों को बारिश से हल्की राहत मिली है।
मौसम विभाग के अनुसार पहाड़ों पर बारिश का सिलसिला अभी जारी रहेगा। हालांकि, उत्तर प्रदेश के लोगों को अभी राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।दिन के साथ यहाँ रात भी काफी गर्म हैं।
राजधानी लखनऊ में बीते 6 दिनों में अधिकतम तापमान 34 डिग्री से बढ़कर 37 डिग्री सेल्सियस हो गया है। वहीं रात का पारा भी मौजूदा समय में 20-21 डिग्री सेल्सियस है। रात के पारे में सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस की बढ़त दर्ज हुई है।
मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि यह मार्च बीते तीन सालों की तुलना में सबसे गर्म है। साल 2019 में जहां 20 मार्च को दिन का पारा 35.5 डिग्री तक दर्ज किया गया था, वहीं साल 2020 में 30.5 डिग्री सेल्सियस और साल 2021 में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रहा।
शहर में रविवार की गर्मी ने सड़कों पर सन्नाट पसार दिया। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र ने शहर में दिन का पारा 37.2 डिग्री दर्ज किया जो सामान्य से 3.9 डिग्री अधिक है। वहीं रात का पारा 21.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है जो सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मार्च में तापमान अधिक होने के पीछे पश्चिमी हवाओं का अप्रभावी होना भी है।
उत्तराखंड में पहाड़ी इलाके में बढ़ती गर्मी से परेशान लोगों को बारिश से राहत मिली है। कुमाऊं मंडल में अचानक मौसमबदलने से गर्मी से राहत हुई। रविवार की शाम बागेश्वर और पिथौरागढ़ में बारिश के साथ तेज हवाएं भी चलीं। मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि उत्तराखंड में राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों में बने प्रतिचक्रवात के प्रभाव से तापमान तेजी से बढ़ रहा है। प्रदेश में तापमान सामान्य से 5 से 8 डिग्री तक ज्यादा पहुंच रहा है। यहां अधिकतम 33 डिग्री से लेकर न्यूनतम 24 डिग्री तक तापमान दर्ज किया जा रहा है।