रायपुर रेल प्रशासन द्वारा प्याऊ से इमाम हुसैन अ.स. का नाम हटाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा।
यह हम भारतवासियों का सौभाग्य है कि इमाम हुसैन भारत में आशय लेना चाहते थे और यही कारण है कि भारत के निवासी इमाम हुसैन अ.स. से प्रेम करते है तथा उनमें आस्था रखते है यहाँ की हिन्दू अवाम ने इमाम हुसैन का हमेशा आदर किया। भारत को यह भी विशेषता प्राप्त है कि यहाँ के हिन्दू भाईयों ने इमाम हुसैन की याद में इमामबाड़े बनवाये और हिन्दू शायरों तथा कवियों ने इमाम हुसैन की याद में महाकाव्यों की रचना की।
विलायत पोर्टल : प्राप्त जानकारी के अनुसार रायपुर, छत्तीसगढ़ रेलवे स्टेशन पर हजरत इमाम हुसैन के नाम से लगे प्याऊँ से इमाम हुसैन और संस्था का नाम रेलवे विभाग व रेल प्रशासन रायपुर, छत्तीसगढ़ द्वारा हटाये जाने के संबंध में वरिष्ठ शिया धर्मगुरू तथा लखनऊ के इमाम जुमा मौलाना कल्बे जवाद ने भारत सरकार को पत्र लिखते हुए कहा कि कुछ कट्टरपंथियों की शिकायत पर इस प्याऊ से इमाम हुसैन अ.स. और संस्था का नाम हटाए जाने पर संज्ञान लें ।
मौलाना कल्बे जवाद का पत्र निम्न लिखित है.
सेवा में,
आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी,
माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार नई दिल्ली।
विषय-रायपुर, छत्तीसगढ़ रेलवे स्टेशन पर हजरत इमाम हुसैन के नाम से लगे प्याऊँ से इमाम हुसैन और संस्था का नाम रेलवे विभाग व रेल प्रशासन रायपुर, छत्तीसगढ़ द्वारा हटाये जाने के सम्बन्ध में।
सम्मानीय मोदी जी आदाब,
कहना यह है कि इमाम हुसैन अ.स. को तो आप जानते ही है और भारत का कोई भी मानवतावादी व्यक्ति ऐसा नही होगा जो इमाम हुसैन को न जानता हो। इमाम हुसैन ही दुनिया के ऐसे पहले इंसान थे जिन्होंने आतंकवाद के विरूद्ध आवाज बुलन्द की और आतंकवादियों के विरूद्ध जंग करते-करते आतंकवादियों के हाथों कर्बला के मैदान में भूखे-प्यासे शहीद हुए।
यह हम भारतवासियों का सौभाग्य है कि इमाम हुसैन भारत में आशय लेना चाहते थे और यही कारण है कि भारत के निवासी इमाम हुसैन अ.स. से प्रेम करते है तथा उनमें आस्था रखते है यहाँ की हिन्दू अवाम ने इमाम हुसैन का हमेशा आदर किया। भारत को यह भी विशेषता प्राप्त है कि यहाँ के हिन्दू भाईयों ने इमाम हुसैन की याद में इमामबाड़े बनवाये और हिन्दू शायरों तथा कवियों ने इमाम हुसैन की याद में महाकाव्यों की रचना की।
आज भी मोर्हरम के दिनों में भारत के विभिन्न शहरों में इमाम हुसैन का मातम करने वाले के लिए हिन्दू–भाइयों की तरफ से प्याऊँ लगवाये जाते है। इमाम हुसैन को क्योंकि प्यासा शहीद किया गया था इसलिए प्यासों को पानी पिलाने वाले लोग हमेशा यह कहते है कि जब पानी पीओ तो इमाम हुसैन की प्यास को याद करो।
बस यही कथन कुछ कट्टरपंथी लोगों को न जाने क्यों बुरा लगा और उन्होनें रायपुर, छत्तीसगढ़ के रेलवे स्टेशन पर लगाये गये वाटर कूलर पर लिखे इमाम हुसैन के नाम पर आपत्ति दर्ज करवा दी, जिसके बाद रेलवे विभाग व रायपुर छत्तीसगढ़ रेलवे स्टेशन के प्रशासन ने बिना सोचे समझे उक्त कूलर पर से न सिर्फ इमाम हुसैन का नाम हटा दिया बल्कि उस संस्था का नाम भी हटा दिया जिसने उक्त कूलर इस तपती गर्मी में मुसाफिरो को ठण्डा पानी पिलाने हेतु भेंट किया था।
मेरा आपसे विनम्र निवेदन है कि कट्टरपंथी विचारधारा वाले चन्द लोगों की बातों के दबाव में लिये गये इस अनुचित फैसले को रेलवे मंत्रालय द्वारा वापस लिये जाने हेतु आदेश करने की कृपा करें। इस समय जबकि इमाम हुसैन के मानने वाले सारी दुनिया में आतंकवाद का शिकार है तो भारत में इमाम हुसैन का नाम किसी चीज पर से हटवा देने से एक बहुत अनुचित संदेश जायेगा। अतः मेरा आपसे निवेदन है कि आप इस विषय में उचित कार्यवाही हेतु आदेश जारी करने की कृपा करेगें।
नोट- लगाये गये प्याऊँ व उससे हटते नाम की तस्वीरें इस प्रार्थना पत्र के साथ संलग्न है।
धन्यवाद
दिनांक- 11.05.2018
भवदीय मौलाना कल्बे जवाद नकवी इमाम–ए–जुमा लखनऊ
प्रतिलिपि
1-माननीय गृहमंत्री, भारत सरकार, नई दिल्ली।
2-माननीय रेल मंत्री, भारत सरकार, नई दिल्ली।
3-माननीय मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़।।
4–श्रीमान डी0आर0एम0 कार्यालय, रायपुर।
5–श्रीमान जिलाधिकारी, रायपुर।