पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में एक ऊंचा हाइब्रिड टावर बनाने की योजना पर काम चल रहा है जो लकड़ी से बना होगा। इस ईमारत को बनाने में पर्यावरण अनुकूलन का ख़ास ध्यान रखा जा रहा है।
पर्थ के मेट्रो इनर साउथ जॉइंट डेवलपमेंट असेसमेंट पैनल (JDAP) ने गगनचुंबी इमारत के लिए ग्रेंज डेवलपमेंट के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसे वर्तमान में C6 नाम दिया गया है।
अधिकारियों ने पर्थ में बड़े पैमाने पर लकड़ी का उपयोग करके 191.2 मीटर ऊंचे (627 फुट) “हाइब्रिड” टावर के निर्माण की योजना बनाई है। सी6 टावर संरचना को सहारा देने के लिए लेमिनेटेड टाइमर बीम को स्टील एक्सोस्केलेटन के साथ जोड़ देगा।
न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ बिल्ट एनवायरमेंट के प्रमुख फिलिप ओल्डफील्ड के अनुसार, पर्यावरण की दृष्टि से इस परियोजना की “मजबूत साख” है।
टावर के निर्माण में लकड़ी और स्टील का ढांचा बनाया जाएगा। ये पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया की पहली कार्बन निगेटिव आवासीय इमारत होगी, जिसमें 50 मंजिलों वाली इस ईमारत में 200 अपार्टमेंट बनाए जाएंगे।
ग्रेंज डेवलपमेंट के अनुसार, C6 टावर के निर्माण में 600 पेड़ों से हासिल होने वाली लकड़ी का उपयोग किया जाएगा, जबकि इमारत के निर्माण में 45% हिस्सा लकड़ी से बनाया जाएगा, जिसमें कॉलम और कोर कंक्रीट से बनाए जाएंगे।
इस बिल्डिंग को बनाने के साथ इसे पर्यावरण के अनुकूल बनाये जाने की भी योजना है। इतना ही नहीं, इमारत की छत और अन्य जगहों पर हरियाली भी लगाई जाएगी।