आज सुबह उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए गए। केदारनाथ धाम के करीबी क्षेत्रों में दो – तीन से भारी बर्फबारी और बारिश के कारण यात्रा का मार्ग और करीबी इलाका बर्फ से ढका है। केदारनाथ में रात का तापमान -4 डिग्री सेल्सियस तक गिर रहा है। चंडीगढ़ के रक्षा भू-सूचना विज्ञान अनुसंधान प्रतिष्ठान ने सोमवार को चमोली में हिमस्खलन को लेकर येलो अलर्ट जारी किया।
आज सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर मंत्रोच्चार के साथ केदारनाथ मंदिर के कपाट खोले गए। इस अवसर पर मंदिर को 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। कपाट खुलने के अवसर पर बड़ी संख्या में भक्तों ने बाबा केदार के दर्शन किए। इस समय आसमान में बादल थे और धाम में कड़ाके की ठंड हो रही थी।
पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी की वजह से धार्मिक नगरी और यात्रा का मार्ग बर्फ की चादर में ढका हुआ था। रुद्रप्रयाग जिले के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने जानकारी दी है कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और जिला प्रशासन के कर्मियों को डेंजर ज़ोन घोषित किए गए क्षेत्रों में तैनात किया गया है।
केदारनाथ धाम के खुले कपाट, भारी बर्फबारी से रास्ते बने खतरनाक! यात्रा शुरू करने से पहले जान लें कैसे हैं हालात।#Kedarnath #KedarnathDham #KedarnathYatra2023 https://t.co/sFhN2rBHoF
— Navjivan (@navjivanindia) April 25, 2023
सुरक्षा के मद्देनज़र एक निश्चित समय में केवल एक व्यक्ति को क्षेत्र से गुजरने की इजाज़त दी गई है। यहाँ पर रात के तापमान के गिरने के कारण परिस्थितियां और विकत हो रही हैं। ऐसे में आने वाली चुनौतियां और बढ़ जाने की आशंका बनी हुई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ केदारनाथ धाम के ट्रेक रूट पर तथा लिनचोली के पास भैरव और कुबेर ग्लेशियरों के ट्रेक रूट पर स्थिति काफी खतरनाक है। यहाँ बर्फ के खिसकने का खतरा बना हुआ है।