गाजा पट्टी में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के लिए काहिरा वार्ता बगैर किसी नतीजे पर पहुंचे ही समाप्त हो गई है। वार्ता में गतिरोध के बाद प्रतिनिधिमंडल मिस्र से रवाना हो गए।
वार्ता उस समय रुक गई जब इजरायली सेना ने गाजा के दक्षिणी शहर राफा में एक अभियान शुरू करते हुए प्रमुख राफा क्रॉसिंग के फिलिस्तीनी हिस्से पर कब्ज़ा कर लिया। यहां लगभग 10 लाख से ज्यादा विस्थापित फिलिस्तीनी रह रहे हैं।
गाजा पट्टी में युद्धविराम के लिए जारी वार्ता में गतिरोध आने के बाद अमरीका सहित इजरायल, कतर और हमास के प्रतिनिधिमंडल मिस्र से रवाना हो गए।
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, संघर्षग्रस्त गाजा में युद्धविराम के लिए प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को काहिरा पहुंचा था। बातचीत आगे बढ़ने के बाद भी अभी तक किसी तरह के समझौते के आसार नहीं बन सके थे।
विरोधी पक्षों के बीच प्रमुख विवादों में अदला-बदली समझौते के तहत रिहा किए जाने वाले इजरायली बंधकों और फिलिस्तीनी कैदियों की संख्या और लिस्ट के साथ-साथ एन्क्लेव में फिलिस्तीनियों की मुक्त आवाजाही की अनुमति देने के लिए गाजा से इजरायल की आंशिक वापसी से संबंधित मुद्दे भी शामिल हैं।
युद्धविराम समझौते पर बातचीत नाकाम, काहिरा से प्रतिनिधिमंडल रवाना।#IsraelHamasWar https://t.co/qlmtkQ65I5
— Navjivan (@navjivanindia) May 10, 2024
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने एक इजरायली सूत्र के हवाले से बताया है कि इजरायली सेना राफा में अपना ऑपरेशन ‘योजना के अनुसार’ जारी रखेगी क्योंकि संघर्ष विराम वार्ता विफल हो गई है।
गौरतलब है दुनिया भर में इस युद्ध को लेकर अंतर्राष्ट्रीय दबाव की स्थिति है। अमरीका के कॉलेज और विश्वविद्यालयों में आंदोलन जारी हैं। ऐसे में काहिरा, दोहा और वाशिंगटन पिछले नवंबर में समाप्त हुए पहले युद्धविराम के बाद, इजरायल और हमास के बीच कैदियों की अदला-बदली और दूसरे युद्धविराम के लिए समझौता करना चाह रहे हैं।