अगर आप शारीरिक रूप से फिट होने की का मंत्र जानना चाहते हैं, तो इसके लिए अधिकतर का विचार होगा कि उन्हें जिम में बहुत अधिक समय बिताने की ज़रूरत है। लेकिन कई फिटनेस जानकार बेहतरीन फिटनेस के लिए इसके विपरीत सुझाव देते हैं।
अगर आप थका हुआ और दर्द महसूस कर रहे हैं तो आराम करने में संकोच न करें। वास्तव में, अगर आप इसे सही तरीके से व्यवस्थित करें तो वर्कआउट से एक हफ़्ते की छुट्टी लेना भी फ़ायदेमंद हो सकता है।
बेहतर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में ब्रेक का बड़ा योगदान है। शरीर को आराम देने और स्वस्थ होने का समय देने से चोट से बचने में मदद मिलती है। मनोरंजन से जुड़े और फ़ुटबॉल खिलाड़ियों पर किए गए अध्ययनों से पता चला है कि तीन से छह सप्ताह की निष्क्रियता से एरोबिक क्षमता और मांसपेशियों की ताकत में कोई बदलाव नहीं आया।
जिम से एक सप्ताह की छुट्टी लेने का लक्ष्य वर्कआउट की तीव्रता को कम करने का समर्थन करने वालों की दलील है कि ऐसा करने से शरीर को प्रशिक्षण के कारण होने वाली थकान और मांसपेशियों की थकान से उबरने में मदद मिलती है।
फिटनेस विशेषज्ञों का कहना है कि जिम में हर छह से आठ सप्ताह के गहन प्रशिक्षण के बाद कुछ समय की छुट्टी लेना के बेहतरीन फिटनेस मंत्र है। यह अंतराल लेने की बात आमतौर पर गहन जिम प्रशिक्षण के दौरान कही जाती है।
ओवरट्रेनिंग आमतौर पर प्रशिक्षण में असंतुलन के कारण होती है। बहुत अधिक वर्कआउट और पर्याप्त रिकवरी के ना होने पर वर्कआउट से ब्रेक ज़रूरी है। यूरोपियन कॉलेज ऑफ स्पोर्ट साइंस और अमरीकन कॉलेज ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन दोनों ही ओवरट्रेनिंग से रिकवरी के लिए सबसे अच्छे उपचार के रूप में आराम और बहुत हलके प्रशिक्षण का सुझाव् देते हैं।
दरअसल जिम में गहन प्रशिक्षण से हमारी मांसपेशियों के ऊतकों को हल्का नुकसान होता है। वैसे तो माना जाता है कि यह हानि फिटनेस लाभ में सुधार की प्रक्रिया का एक अनिवार्य हिस्सा है, मगर ये मरम्मत केवल तभी मुमकिन है जब शरीर को आराम भी दिया जाए।
व्यायाम के दौरान मांसपेशियों में सूक्ष्म ऊतक विकसित होते हैं और उनके तंतु अव्यवस्थित हो सकते हैं। यह मांसपेशियों के ऊतकों में एक सूजन प्रतिक्रिया का कारण बनता है जिसे कम करने के लिए आराम की आवश्यकता होती है।
यह सूजन वास्तव में हमारी मांसपेशियों में सकारात्मक बदलाव को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है जो फिटनेस में सुधार करती है।