इज़राइल ईरान युद्ध का सबसे बड़ा असर शेयर मार्केट पर नज़र आ रहा है। बाजार के प्रमुख सूचकांक लाल निशान पर पहुँच गए हैं।
मिडिल ईस्ट में तनाव का सीधा असर बाजार पर नज़र आ रहा है। ईरान-इजरायल युद्ध के नतीजे में ग्लोबल मार्केट कमज़ोर हुआ है। इस बीच निफ्टी 22350 के नीचे जाने से निवेशकों का 4.98 लाख करोड़ का नुकसान हुआ है।
इजराइल-ईरान युद्ध के बीच तनाव के चलते दुनिया भर के स्टॉक मार्केट को झटका लगा है। घरेलू मार्केट की बात करें तो इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में आज लगातार दूसरे दिन तेज गिरावट नज़र आई।
शेयर मार्केट में सुनामी, सेंसेक्स-निफ्टी डूबे, इजरायल-ईरान युद्ध से सहमे निवेशक#IsraelIranWar https://t.co/fTmSgUb2HI
— Hindustan (@Live_Hindustan) April 15, 2024
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 4.98 लाख करोड़ रुपये गिर गया है जिससे निवेशकों का 4.98 लाख करोड़ के निवेश की राशि घट गई है।
ईरान-इजरायल युद्ध का सबसे बड़ा असर ग्लोबल सेंटीमेंट की बिकवाली पर दिखाई दिया है। सेंसेक्स इसे तकरीबन 600 अंक की फिसलन के साथ 73,650 पर दिखा रहा है। निफ्टी भी 150 अंक गिरकर 22,300 के स्तर पर है। शुक्रवार को सेंसेक्स 793 अंकों की गिरावट के साथ 74,244 पर बंद हुआ था।
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जानकारों का मानना है कि इजराइल-ईरान युद्ध के चलते तनाव बढ़ने से क्रूड ऑयल के दाम 100 डॉलर प्रति बैरल के पार भी जा सकते है। पेट्रोल-डीजल के दाम में भी इजाफा हो सकता है, जिसका सीधा असर भारतीयों की जेब पर पड़ सकता है।
इंटरनेशनल मार्केट में आज ब्रेंट क्रूड का भाव 90.17 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच चुका है। अमरीकी डब्लूटीआई क्रूड ऑयल 85.28 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर है। विशेषज्ञों के मुताबिक़ युद्ध के चलते कच्चे तेल के दाम आसमान छू सकते हैं।