उत्तर प्रदेश में जल्दी ही गुजरात की तरह खेल प्राधिकरण बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसका ड्राफ्ट कैबिनेट में रखे जाने की बात चल रही है। कैबिनेट से मंज़ूरी मिलते ही इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा। यूपी खेल प्राधिकरण के गठन से सूबे के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन के अलावा बेहतर सुविधाएं मुहैया कराइ जा सकेंगी।
इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री योगी और अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल की एक बैठक हो चुकी है। इस बैठक में गुजरात की तरह यूपी में भी खेल प्राधिकरण बनाने का प्रस्ताव रखा गया है। मुख्यमंत्री की सहमति के बाद खेल विभाग ने प्राधिकरण के प्रस्ताव पर काम शुरू कर दिया है।
यूपी सरकार की ओर से उठाये गए इस क़दम के तहत खेल विभाग की ओर से भी इस सम्बन्ध में एक प्रस्ताव भी तैयार किया गया है। इस प्रस्ताव को जल्द ही कैबिनेट में भी रखा जायेगा जिसपर कैबिनेट की मुहर लगने बाद काम शुरू हो जाएगा।
खेल प्रााधिकरण को लेकर प्रस्ताव पर कैबिनेट की मजूरी के बाद इसके गठन का काम शुरू हो जाएगा। प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ प्राधिकरण में निदेशक से लेकर सेक्रेटरी तक के पदों पर खेल से जुड़े अनुभवी खिलाड़ियों को नियुक्त किये जाने की बात कही गई है।
गुजरात की तर्ज पर यूपी में भी बनेगा राज्य खेल प्राधिकरण, प्रस्ताव को कैबिनेट में पेश करने की तैयार @myogiadityanath #upsports #UPNews @BJP4India #players https://t.co/KPRt4t5A9B pic.twitter.com/PvpNvQ6CIy
— TV100 NEWS (@Tv100Newstv100) July 6, 2023
प्रदेश सरकार का मानना है कि खेलों के विकास के लिए स्वतंत्र ईकाई का होना जरूरी है। उत्तर प्रदेश में अभी तक शासन के अलावा खेल निदेशालय के माध्यम से खेलों से संबंधित तमाम कार्यक्रमों को संचालित किया जाता है। बताते चलें कि गुजरात ही ऐसा एकमात्र राज्य है जिसमें राज्य स्तर पर खेल प्राधिकरण है।
प्राधिकरण के काम और इसमें शामिल किये जाने वाले लोगों के लिए विशेषज्ञों की राय ली जा रही है। ड्राफ्ट इसी आधार पर तैयार किया जाएगा।