टीम इंडिया इस लय को सीरीज में आगे भी कायम रखना चाहेगी जो मुख्य कोच के तौर पर अनिल कुंबले की पहली सीरीज है।इस बार हालांकि चुनौती आसान नहीं होगी क्योंकि सबीना पार्क में हरी भरी पिच भारत का इंतजार करेगी जबकि एंटीगा में धीमी पिच थी जिस पर मैच चार दिन के भीतर खत्म हो गया था। पिछले रिकार्ड को देखें तो 2008 के बाद यहां कोई भी टेस्ट पांच दिन तक नहीं चला है। उसके बाद से यहां हुए पांचों टेस्ट चार दिन के भीतर खत्म हो गए जिनमें से एक 2011 में भारत ने 63 रन से जीता था। वेस्टइंडीज ने 2015 में यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था और वह मैच चौथे दिन लंच तक ही चला था।
यह कहना मुश्किल है कि हरी भरी पिच से किस टीम को अधिक खुशी होगी लेकिन मेजबान टीम को इससे मुकाबला संतुलित लगेगा। भारतीय टीम को भी आत्ममुग्धता से बचकर खेलना होगा क्योंकि अभी सीरीज में तीन टेस्ट बाकी हैं।
भारत का बल्लेबाजी क्रम स्थिर लग रहा है लेकिन सलामी बल्लेबाज मुरली विजय की फिटनेस पर संशय है। अभी तक पता नहीं है कि वह दूसरा टेस्ट खेलेंगे या नहीं। विजय को सीरीज के पहले ही दिन सुबह शैनोन गैब्रियल की गेंद अंगूठे में लगी थी। वह वेस्टइंडीज की दोनों पारियों में फील्डिंग के लिये नहीं उतरे। अब देखना यह है कि दूसरे सलामी बल्लेबाज केएल राहुल के रहते क्या टीम प्रबंधन विजय को लेकर जोखिम उठाना चाहेगा। राहुल ने टेस्ट सीरीज से पहले दोनों अभ्यास मैचों में अच्छी बल्लेबाजी की थी।
दूसरा मसला टीम संयोजन का है जिसमें कप्तान विराट कोहली को तय करना है कि क्या वह फिर पांच गेंदबाजों को लेकर उतरना चाहेंगे । दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछले साल घरेलू सीरीज में कठिन विकेटों पर उन्होंने यह रणनीति नहीं अपनाई थी। श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टेस्ट में हरियाली पिच पर उन्होंने स्टुअर्ट बिन्नी को उतारा था। वेस्टइंडीज टीम अगर एक या दो अतिरिक्त तेज गेंदबाजों को उतारती है तो भारत को एक अतिरिक्त विशेषज्ञ बल्लेबाज की जरूरत होगी।
कोहली को अपने गेंदबाजों के कार्यभार पर भी गौर करना होगा। पूर्णकालिक बल्लेबाज उतारने के मायने हैं कि तीनों तेज गेंदबाजों को अतिरिक्त ओवर फेंकने होंगे। ऐसे में वह बिन्नी को उतार सकते हैं जो निचले मध्यक्रम में बल्लेबाजी के साथ मध्यम तेज गेंदबाजी भी कर सकते हैं। ऐसे में अमित मिश्रा को बाहर रहना होगा क्योंकि आर अश्विन ने पहले टेस्ट में बेहतरीन हरफनमौला प्रदर्शन किया। उसने 113 रन बनाने के अलावा 83 रन देकर सात विकेट लिये।
दूसरी ओर यह पिच मेजबान टीम को रास आयेगी और वे अपने गेंदबाजी आक्रमण में इजाफा करना चाहेंगे। युवा अल्जारी जोसेफ को टीम में शामिल किया गया है जबकि मिगुल कमिंस भी जगह पाने में कामयाब रहे हैं। जोसेफ ने बांग्लादेश में U-19 वर्ल्ड कप में 13 विकेट लिये थे।
कैरेबियाई बल्लेबाजों में नजरें मलरेन सैमुअल्स पर होगी जिन्होंने एंटीगा में अर्धशतक बनाया था । ऐसी अटकलें लगाई जा रही है कि यह उनकी आखिरी टेस्ट सीरीज है ।
टीमें :-
भारत :- विराट कोहली (कप्तान), मुरली विजय, शिखर धवन, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, रिधिमान साहा, आर अश्विन, अमित मिश्रा, रविंद्र जडेजा, स्टुअर्ट बिन्नी, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, शरदुल ठाकुर, उमेश यादव और ईशांत शर्मा ।
वेस्टइंडीज :- जासन होल्डर – (कप्तान), क्रेग ब्रेथवेट, राजेंद्र चंद्रिका, डेरेन ब्रावो, मलरेन सैमुअल्स, जर्मेइन ब्लैकवुड, रोस्टन चेस, लियोन जानसन, शेन डारिच, देवेंद्र बिशू, कालरेस ब्रेथवेट, शेनोन गैब्रियल, मिगुल कमिंस ।