उत्तर प्रदेश में सीटों के बंटवारे पर इंडिया गठबंधन में सहमति बन गई है। अब कांग्रेस यूपी में 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए यह जानकारी दी है।
अखिलेश यादव ने अपनी पोस्ट में लिखा- कांग्रेस के साथ 11 मजबूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है। ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा। ‘इंडिया’ की टीम और ‘पीडीए’ की रणनीति इतिहास बदल देगी।
कांग्रेस के साथ 11 मज़बूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है… ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा।
‘इंडिया’ की टीम और ‘पीडीए’ की रणनीति इतिहास बदल देगी।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 27, 2024
इस मामले में अभी तक कांग्रेस के किसी नेता का बयान नहीं आया है। ऐसे में क़यास लगाया जा रहा है कि अखिलेश यादव के इस फैसले से कांग्रेस पार्टी में असहमति की खबर है। ये भी कहा जा रहा है कि यह फैसला अखिलेश यादव का है और इसमें कांग्रेस शामिल नहीं है।
बताते चलें कि इससे पहले 17 जनवरी को सीटों के बंटवारे पर दिल्ली में गठबंधन के घटक दलों कांग्रेस और सपा के बीच बैठक हो चुकी है। हालाँकि इस बैठक का कोई नतीजे नहीं निकल सका था।
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने उस समय बैठक समाप्त होने पर सपा के साथ एक और बैठक होने की बात भी कही थी। ये भी तय हुआ था कि अगर बात नहीं बनी तो राहुल गांधी या मल्लिकार्जुन खरगे अखिलेश यादव के साथ बात करेंगे।
उत्तर प्रदेश में सपा-कांग्रेस के बीच गठबंधन: 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी INC, अखिलेश बोले- INDIA और PDA इतिहास बदल देगी#UttarPradesh #Politics #AkhileshYadav https://t.co/GlJpVH9tO7
— Dainik Bhaskar (@DainikBhaskar) January 27, 2024
मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के आधार पर कांग्रेस रायबरेली, अमेठी के अलावा प्रतापगढ़, वाराणसी, कानपुर, गाजियाबाद, इलाहाबाद, सहारनपुर, मुरादाबाद की सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। अनुमान ये भी है कि पूर्वी यूपी की अधिकतर सीटें सपा के पास ही रहेंगी।
2009- कांग्रेस 69 सीटों पर चुनाव लड़ी और 21 जीती।
2014- कांग्रेस 67 पर लड़ी और सिर्फ दो सीट जीती।
2019- कांग्रेस 67 पर लड़ी और सिर्फ एक (रायबरेली) की सीट जीत पाई।