हवाना। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह फिदेल कास्त्रो के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए बुधवार को क्यूबा पहुंच गए हैं। गृहमंत्री के साथ भारतीय प्रतिनिधिमंडल भी है। बता दें कि शनिवार को क्यूबा के क्रांतिकारी नेता फिदेल कास्त्रो का 90 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। कास्त्रो भारत के अभिन्न मित्र थे। rajnath singh
संसद के दोनों सदनों में फिदेल कास्त्रो को श्रद्धांजलि दी गई थी और कुछ क्षणों के लिए मौन रखा गया था। राज्यसभा में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने फिदेल कास्त्रो को साम्राज्यवाद और उपनिवेशवाद के खिलाफ एक विजेता बताया और उनकी उपलब्धियों के बारे में सदन को बताया। उन्होंने कहा कि फिदेल कास्त्रो का निधन क्यूबा के लोगों और पूरी दुनिया के लिए एक अपरिवर्तनीय क्षति है।
वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मदुरो, इक्वाडोर के राफेल कोरिया, बोलीविया के एवो मोरालेस, निकारागुआ के डेनियल ओर्टेगा, साल्वाडोर सांचेज़, कीरीन के राष्ट्रपति सालवाडोरीन, मेक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना निटो, दक्षिण अफ्रीका के जैकब जुमा, जिम्बाब्वे के रॉबर्ट मुगाबे, यूरोपीय संघ की तरफ से ग्रीक प्रधानमंत्री एलेक्सिस टसिप्रास, आयरलैंड के जरमन एडम्स और स्पेन के पूर्व राजा जुआन कार्लोस शामिल होंगे।
फिदेल कास्त्रो काफी वक्त से बीमार चल रहे थे। फिदेल कास्त्रो का अंतिम संस्कार 4 दिसंबर को किया जाएगा। फिदेल का भारत के साथ बेहद खास लगाव था और वह हमेशा भारत को एक महान देश मानते थे।