बहरैन में जनता ने राजधानी मनामा में वरिष्ठ धर्मगुरु शैख़ ईसा क़ासिम के समर्थन में धरना दिया।
लूअलूअ टीवी चैनल के अनुसार, बुधवार को मनामा में जनता ने मग़रिब और इशा की नमाज़ सामूहिक रूप से शैख़ ईसा क़ासिक के घर के बाहर और निकट के मैदानों में अदा की।
बहरैनी जनता का यह धरना 66वें दिन में दाख़िल हो गया। बहरैनी जनता ने शैख़ ईसा क़ासिम का साथ देने पर बल दिया। इस देश की जनता ने धर्मगुरुओं के ख़िलाफ़ आले ख़लीफ़ा शासन की दमनकारी नीतियों की आलोचना की।
बहरैन में जून महीने में आले ख़लीफ़ा शासन ने इस देश के वरिष्ठ धर्मगुरु शैख़ ईसा क़ासिम की नागरिकता ख़त्म कर दी जिस पर बहरैनी जनता सहित दुनिया भर में लोगों की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया सामने आयी।
इस देश में फ़रवरी 2011 से आले ख़लीफ़ा शासन के ख़िलाफ़ जनता का शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी है।
बहरैनी जनता इस देश में राजनैतिक सुधार, न्याय की स्थापना, भेदभाव के अंत और जनता द्वारा चुनी गयी सरकार की मांग कर रही है किन्तु आले ख़लीफ़ा शासन जनता की मांग को बल प्रयोग द्वारा दबाने की कोशिश कर रहा है।