उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने आज योगी सरकार का नौवां बजट पेश किया। बजट का आकार 8 लाख करोड़ से ज्यादा का रखा गया है।
उत्तर प्रदेश सरकार के आज पेश किए गए बजट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ावे को प्राथमिकता में शामिल किया गया है। तकनीकी तर्ज वाले इस बजट में लखनऊ में आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस सिटी के साथ नोएडा को बेंगलुरु जैसा आईटी हब बनाने की घोषणा की गई है।
यूपी सरकार ने वाराणसी में मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए भी 400 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। इसके अलावा राजकीय होमियोपैथिक मेडिकल कॉलेज की स्थापना की घोषणा भी की गई है।
पंडित दीन दयाल उपाध्याय जिला चिकित्सालय में इस मेडिकल कॉलेज को बनाने की बात कही गई है जिसमे एमबीबीएस की 100 सीटें होंगी। अगले वर्ष तक इसके निर्माण के साथ 2027 से यहाँ चिकित्सा सेवा और पढ़ाई शुरू करने की योजना है।
बजट में उत्तर प्रदेश को तकनीकी हब बनाने के लिए वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने योगी सरकार के योजनाओं शुरू करने का प्रस्ताव भी बजट में पेश किया है। वित्त मंत्री का कहना है कि प्रदेश को टेक्नोलॉजी इनोवेशन का केंद्र बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिटी की स्थापना की जाएगी। इसके अलावा साइबर सिक्योरिटी में टेक्नोलॉजी रिसर्च ट्रांसलेशन पार्क स्थापित करने की भी योजना है। जिससे डिजिटल सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
उत्तर प्रदेश को तकनीकी हब बनाने को प्राथमिकता देते हुए वित्त मंत्री ने योगी सरकार की कई नई योजनाओं की जानकारी भी दी, जिसमे साइंस सिटी, विज्ञान पार्क और नक्षत्रशालाओं की स्थापना के साथ पुराने संस्थानों के नवीनीकरण की कार्य योजना शामिल है।
यूपी सरकार के बजट पर सपा नेता शिवपाल यादव का कहना है कि बजट एक बड़े घोटाले की पटकथा है। इस बजट को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को जुमलों की किताब की जगह जनता की आवश्यताओं के अनुसार बजट बनाना चाहिए। आगे उन्होंने 2027 में बेहतर बजट लाने की बात कही।